दूर नहीं, कलेक्ट्रेट-विकास भवन में देखिए स्वच्छता
सीतापुर : स्वच्छ भारत मिशन को लेकर प्रधानमंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक अपने लगभग हर भाषण में
सीतापुर : स्वच्छ भारत मिशन को लेकर प्रधानमंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक अपने लगभग हर भाषण में जिक्र करते देखे जाते हैं। खुद झाड़ू लगाकर स्वच्छता का संदेश दे रहे हैं, लेकिन यहां जिम्मेदार सिर्फ और सिर्फ स्वच्छता अभियान का ढोल पीट रहे हैं। हकीकत ये है कि आला अफसर जहां बैठकर जिले का संचालन करते हैं, वहीं उनके कार्यालय परिसर गंदगी से पटे हैं, जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हैं। नालियां चोक हैं, हल्की बारिश से कलेक्ट्रेट व विकास भवन परिसर में जल भराव हो जाता है। ये आलम है जिले में स्वच्छ भारत मिशन का, जिम्मेदार कितना संदीजा हैं ये भी बताने को कलेक्ट्रेट व विकास भवन में गंदगी को दर्शाती ये तस्वीरें काफी हैं।
नालियां चोक, कूड़े के ढेर
कलेक्ट्रेट में डीएम न्यायालय के मुख्य द्वार पर जगह-जगह पान की पीक, कूड़े का ढेर और सामने बने शौचालय से दूर से बदबू आती है। डीएम कोर्ट से लेकर प्रोबेशन अधिकारी कार्यालय तक नाली चोक है।
गंदगी के बीच वॉटर कूलर
सिटी मजिस्ट्रेट चैंबर के पीछे विनियमित क्षेत्र कार्यालय के सामने वॉटर कूलर स्थापित है, इसमें कलेक्ट्रेट अधिकारी-कर्मी पानी पीते हैं। वॉटर कूलर के आसपास भी गंदगी और कूड़े के ढेर हैं। जिला अल्प बचत कार्यालय के पीछे गंदगी का अंबार है।
..और लगा दी आग
खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग कार्यालय परिसर में रखी डस्टबिन से कूड़ा निकालने के बजाए शनिवार को कर्मियों ने उसमें आग लगा दी, जिससे दूषित धुंए की बू पूरे कलेक्ट्रेट फैली रही।
वर्जन-
एलबीसी से संदेश.
कलेक्ट्रेट में सफाई का जिम्मा नगर पालिका का है। हमने एलबीसी के माध्यम से कई बार नगर पालिका से कलेक्ट्रेट में सफाई के लिए कहा है।
- सुधीर अग्रवाल, नाजिर कलेक्ट्रेट
ईओ ने सफाई नहीं कराई..
कलेक्ट्रेट में सफाई कर्मी हैं पर कितने हैं ये नहीं मालूम है। रही बात कलेक्ट्रेट परिसर में गंदगी की तो ईओ नगर पालिका से कहा गया था, लेकिन अभी ईओ ने सफाई नहीं कराई है।
- प्रेम प्रकाश उपाध्याय, सिटी मजिस्ट्रेट/प्रभारी अधिकारी स्थानीय निकाय