बच्चे बने 'गुरु' पढ़ाई हुई शुरू
सीतापुर विकास खंड हरगांव के प्राथमिक विद्यालय फत्तेपुर मीरा बेहड़ के छात्र आजकल
सीतापुर : विकास खंड हरगांव के प्राथमिक विद्यालय फत्तेपुर मीरा बेहड़ के छात्र, आजकल नई भूमिका निभा रहे हैं। छात्र शिक्षक की जिम्मेदारी संभालते हैं और अपने साथियों की शिक्षा का भार उठा रहे हैं। वाट्स एप ग्रुप पर आने वाले वीडियो व अन्य पाठ्य सामग्री को छात्रों से साझा करते हैं। विषय कर दिक्कतों को दूर करने में इन बच्चों का सहयोग विद्यालय के पूर्व छात्र और अभिभावक भी कर रहे हैं।
शाम के समय मुहल्लों में और घरों की छतों पर छोटी-छोटी कक्षाएं लगती है। छात्र, अपने साथियों को पढ़ाते हैं। गिनती, पहाड़ा, हिदी के पाठ और सुलेख भी लिखी जाती है। बच्चों के इस काम की देखरेख स्कूल की प्रधानाध्यापिका सुनीता यादव करतीं हैं। छात्रों की दिक्कतों को दूर कर, उन्हें प्रेरित भी कर रही हैं। स्कूल के अन्य शिक्षक भी इस काम में छात्रों का सहयोग करते हैं।
बच्चे हैं युवारत्न, जला रहे शिक्षा के दीप
प्रधानाध्यापिका सुनीता यादव कहतीं हैं कि, ये बच्चे युवारत्न हैं। पारुल, सुजीत कुमार, सोनम, पूनम और ऋतिका राज अपने-अपने मुहल्ले में बच्चों को पढ़ाती हैं। गांव में सभी के पास एंड्रायड फोन नहीं है। ये बच्चे, अपने मोबाइल पर आने वाले वीडियो व अन्य पाठ्य सामग्री को खुद पढ़ते हैं और बाद में अन्य बच्चों को पढ़ाते हैं।
पूर्व छात्रों के साथ अभिभावक भी दे रहे ज्ञान
लॉकडाउन में जब स्कूल बंद हुआ तो, विद्यालय के पूर्व छात्र कपिल कुमार, निष्पाराज और मानसी ने अपने घर की छत पर बच्चों को पढ़ाना शुरू किया। फत्तेपुर मीरा बेहड़ के मजरा मकसूदपुर में रहने वाली पूर्व छात्राएं अब घर के बाहर क्लॉस लगाती है। छोटे-छोटे बच्चों को दूर-दूर बिठाकर गणित, हिदी व अन्य विषयों की पढ़ाई कराई जाती है। गांव मीरा बेहड निवासी अभिभावक कुंतीकरण अपने बेटे मोहित के साथ मिलकर बच्चों को पढ़ा रहे हैं। फत्तेपुर गांव निवासी भगौती प्रसाद और बेटी कामिनी छात्रों को पढ़ा रही हैं। गांव के अन्य लोग भी बच्चों का सहयोग करते हैं। उनकी हौसला आफजाई भी करते हैं।