पहले पड़ाव पर होंगे द्वारिकाधीश व बाराह कूप के दर्शन
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सीतापुर : नैमिषारण्य क्षेत्र में 84 कोसी परिक्रमा की शुरूआत सोमवार से हो रही है। ये परिक्रमा नैमिषारण्य में तड़के आदि गंगा गोमती व चक्रतीर्थ में स्नानकर परिक्रमार्थी शक्ति पीठ मां ललिता देवी मंदिर व अन्य देव स्थलों पर दर्शन के साथ ही शुरू करेंगे। यहां से पहले पड़ाव कोरौना के लिए प्रस्थान करेंगे। रास्ते में कुंनेरा तीर्थ है। यहां श्रद्धालु आचमन करते हैं। फिर कोरौना में द्वारिकाधीश मंदिर, बाराह कूप के दर्शन करते हैं। फिर शाम को यहीं पर परिक्रमार्थियों का पहला पड़ाव लगता है। इस पहले पड़ाव कोरौना को द्वारिका भी कहा जाता है।
ये है मान्यता
भगवान श्रीराम ने स्व कुटुंबियों एवं परिजनों के साथ नैमिष क्षेत्र की परिक्रमा की थी। इसलिए परिक्रमा दल आज भी रामादल के नाम से जाना जाता है। महर्षि दधीचि ने जिन-जिन मार्गों से चलकर तीर्थों के दर्शन व उनमें स्नान किया और जहां वे ठहरे, वे ही मार्ग परिक्रमा मार्ग बने और जहां ठहरे थे वे पड़ाव स्थल कहलाए। व्यवस्थाएं
पड़ाव के आसपास 128 सफाई कर्मी लगाए गए हैं।
द्वारिकाधीश तीर्थ में जल भराया गया है।
प्रकाश व्यवस्था हो गई है।
परिक्रमार्थियों की सुविधा के लिए स्वास्थ्य कर्मियों की टीम रहेगी।
पड़ाव व परिक्रमा पथ पर मोबाइल शौचालय रहेंगे।
जुलूस के आगे व बीच में और पीछे सुरक्षा कर्मी रहेंगे।
पेयजल के टैंकर भेजे जा रहे हैं। हैंडपंप दुरुस्त हो गए हैं।
परिक्रमा पथ भी दुरुस्त कराया जा रहा है।