बस में सीटिग प्लान बदलकर 12.85 लाख रुपये टैक्स चोरी पकड़ी
42 की जगह 89 सीट लगाकर 42 महीने से रोड पर दौड़ रही थी बस। लखीमपुर निवासी है बस मालिक।
सीतापुर : एआरटीओ प्रवर्तन ने लखीमपुर खीरी के प्राइवेट बस मालिक के शातिर दिमाग की उपज का राजफाश किया है। पलिया निवासी बस मालिक देवी दत्त ने बस में स्वीकृत 42 सीट की जगह 89 सीटें फिट कर रखी थीं। इसी बस से लखनऊ व गैर राज्यों तक की सवारियां ढोई जा रहीं थीं।
16 सितंबर को सीतापुर-लखनऊ हाईवे पर चेकिग के दौरान एआरटीओ प्रवर्तन डॉ. उदित नारायण पांडेय ने 50 सवारी लिए जा रही प्राइवेट बस को रोका। प्रारंभिक जांच में मौके पर मिले दस्तावेजों में मामला संदिग्ध प्रतीत हुआ तो उन्होंने लखीमपुर खीरी के एआरटीओ प्रशासन से रिपोर्ट प्रस्तुत करने का अनुरोध किया था। लखीमपुर खीरी के एआरटीओ प्रशासन बीके सिंह ने 18 सितंबर को एआरटीओ प्रवर्तन सीतापुर को संबंधित बस के टैक्स विवरण के संबंध में रिपोर्ट दी है। रिपोर्ट में पता चला है कि वाहन स्वामी ने बिना किसी सूचना या अनुमति के सीटिग प्लान बदला है। ये बस (यूपी-31-टी-3797) एक फरवरी 2017 से फर्जीवाड़े के सहारे रोड पर दौड़ रही है। इस बस में 47 सीटें बढ़ाकर लगाई गई थीं।
47 अतिरिक्त सीटों का टैक्स
सीटिग प्लान के मुताबिक बस में एक सीट का प्रत्येक महीने टैक्स 198 रुपये देय होता है। इस तरह बढ़ाकर लगाई गईं 47 सीटों का प्रति महीने 9,306 रुपये टैक्स बनता है। ये टैक्स बस मालिक द्वारा एक फरवरी 2017 से सीटिग प्लान बढ़ाकर चोरी किया जा रहा था। इस तरह एक फरवरी 2017 से 30 सितंबर 2020 तक कुल 42 महीने का टैक्स देय अंतर मिला है। लखीमपुर खीरी के एआरटीओ प्रशासन ने संबंधित बस का कर-स्टीमेट बनाकर एआरटीओ प्रवर्तन सीतापुर को दिया है। इसके मुताबिक संबंधित बस पर कुल 12,85,889 रुपये टैक्स चोरी सामने आई है।
बस के सीटिग प्लान में जो बिना सक्षम स्तर की अनुमति के बदलाव हुआ है, उसके संबंध में जुर्माना अलग से लगेगा। कितना लगेगा, ये बताना अभी जल्दबाजी होगी। वैसे एमबी एक्ट के तहत टैक्स की देयता की जो कार्रवाई बनती थी वह हमने प्रारंभिक रूप में की है।
- डॉ. उदित नारायण पांडेय, एआरटीओ प्रवर्तन