बरेली नेशनल हाईवे पर बांधे मवेशी, तीन घंटे यातायात रहा ठप
तीन घंटे बाधित रहा यातायात पुलिस व पीएसी ने संभाला मोर्चा। वहीं 22 गांवों के गोवंश संरक्षित करने की सहमति पर माने किसान।
सीतापुर : अस्पताल और स्कूलों के बाद शनिवार को सीतापुर बरेली नेशनल हाईवे पर बेसहारा मवेशी बांध दिए गए। इस वजह से बरेली नेशनल हाईवे पर करीब तीन जाम लगा रहा। हाईवे पर दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। भारी वाहनों का आवागमन पूरी तरह से ठप हो गया। हाईवे जाम होने की सूचना पाकर कई थानों की पुलिस व पीएसी के साथ अधिकारी मौके पर पहुंचे। प्रदर्शन कर रहे भारतीय किसान यूनियन अवध के नेताओं व किसानों को मनाने की कोशिश की जाती रहीं। प्रदर्शनकारी डीएम को मौके पर बुलाने की जिद कर रहे थे।
किसान नेता श्यामू शुक्ला ने कहा कि बेसहारा मवेशियों को पकड़ने के लिए जिला प्रशासन से लंबे समय से बात चल रही है। लेकिन, गंभीरता से अमल नहीं किया जा रहा। प्रशासन ने सात जनवरी तक बेसहारा मवेशियों को पकड़ने की बात कही थी, पर ऐसा नहीं हो सका। यही वजह है कि हमें प्रदर्शन के लिए बाध्य होना पड़ा। एसडीएम पूनम भाष्कर, तहसीलदार विनोद सिंह, बीडीओ महोली प्रवीण व बीडीओ पिसावां काजल ने वार्ता की।
22 गांव के गोवंश संरक्षित करने पर बनी सहमति :
बीडीओ महोली से बातचीत में सहमति बनी कि महोली व पिसावां के 22 गांवों के गोवंश को संरक्षित किया जाएगा। इसके लिए गांव-गांव अस्थाई गोशाला बनाकर गोवंश रखे जाएंगे। इसमें प्रधानों व सेक्रेटरी का भी सहयोग लिया जाएगा।
नेशनल हाईवे पर वाहनों की लंबी कतार :
सीतापुर-बरेली नेशनल हाईवे पर यातायात ठप होने से लंबा जाम लग गया। महोली इलाके के नेरी नेवादा गांव के पास जाम की वजह से सीतापुर और बरेली से आने वाले वाहनों की लंबी कतारें लग गई। इससे राहगीरों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।
बैरिकेडिग लगाई और बांध दिए मवेशी :
किसान नेताओं ने प्रदर्शन के लिए सीतापुर-बरेली नेशनल हाईवे पर नेरी नवादा गांव के पास बैरिकेडिग लगाई। इसके बाद मवेशियों को बांध दिया गया।
तीन घंटे बाद बहाल हुआ यातायात :
हाईवे पर तीन घंटे बाद वाहनों का आवागमन बहाल हो सका। दोपहर दो बजे हाईवे पर यातायात रोका गया था। बातचीत के बाद शाम पांच बजे मार्ग खुला, तब जाकर वाहनों का आवागमन शुरू हो सका।