पशुओं को बेसहारा छोड़ने वाले पांच लोगों पर मुकदमा
आरोपितों को हो सकती है छह महीने की जेल कोर्ट में चलेगा मुकदमा
सीतापुर : बिसवां कोतवाली प्रभारी ने दूध निकालकर पशुओं को बेसहारा छोड़ देने वाले पांच लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया है। यह मुकदमा पालतू मवेशी से रोड पर हादसे होने और गोबर से वातावरण को दूषित करने के आरोप में लिखा गया है। पालतू पशुओं को बेसहारा छोड़ने वालों के संबंध में जिले का यह पहला मुकदमा है। कोतवाली प्रभारी ओम प्रकाश तिवारी ने बताया, मुकदमे से संबंधित धाराओं में आरोपित को छह महीने की जेल का प्रावधान है। चूंकि सात से कम वाले सजा वाले मुकदमे में आरोपित की गिरफ्तारी पर रोक है, इसलिए पांचों आरोपितों को बुलाकर रविवार को नोटिस दी गई है। कोतवाली प्रभारी ने बताया, पालतू पशुओं से दूध निकालकर उन्हें बेसहारा छोड़ने के मामले में यह जिले का पहला मुकदमा है। अब इस मामले में विवेचना के बाद आरोप पत्र कोर्ट में दाखिल किया जाएगा। इसके बाद न्यायालय आरोपितों को तलब कर सुनवाई करेगा। आरोपितों को न्यायालय से जुर्माना या जेल हो सकती है। कोतवाली प्रभारी ने बताया, नागरिक जन सामान्य की सुरक्षा को देखते हुए वह कस्बे में घूमने वाले पशुओं को पकड़कर पालक की पहचान करने का अभियान चला रहे हैं। देखा जा रहा है कि दूध का कारोबार करने वाले पालक पशुओं से दूध निकालकर उसे छोड़ दे रहे हैं। इससे मार्ग पर घूमने वाले पशुओं के कारण लोग हादसे का शिकार हो रहे हैं। चूंकि बारिश का दौर है, गोबर के दुर्गंध से गंभीर संक्रामक रोगों के फैलने का खतरा भी बढ़ रहा है।
इन लोगों पर दर्ज हुआ है मुकदमा
बिसवां थाने के पड़ोस के भोलू व टिकू, घोसियाना के सियाकत, आसिफ घोसी व लतीफ घोसी पर मुकदमा हुआ है।
एसडीएम ने ईओ को दिया जिम्मा
कोतवाली प्रभारी ने बताया, उन्होंने कस्बे में घूमने वाले बेसहारा पशुओं के संबंध में एसडीएम से बताया है। एसडीएम ने नगर पालिका ईओ से कहा है कि पालतू पशुओं को पकड़े और पालक की पहचान कर पुलिस को बताएं। इसके लिए ईओ को अभियान चलाने के निर्देश हुए हैं।