बस ने कह दिया अब 'बस'
सीतापुर : कैसरबाग डिपो की नैमिषारण्य-कानपुर के लिए चलने वाली बस आए दिन रास्ते में खराब हो जाती है। ज
सीतापुर : कैसरबाग डिपो की नैमिषारण्य-कानपुर के लिए चलने वाली बस आए दिन रास्ते में खराब हो जाती है। जिससे यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कैसरबाग डिपो लखनऊ द्वारा मात्र एक रोडवेज बस नैमिषारण्य से कानपुर के लिए चलायी जा रही है। जो बेनीगंज, संडीला, चकलवंशी और उन्नाव होते हुए कानपुर जाती है। जिस पर यात्रियों को खड़े होकर भी सफर करना पड़ता है। वहीं परिवहन निगम द्वारा इस मार्ग पर खटारा बसों को संचालित किया जाता है। जो किसी भी समय मार्ग पर खराब होने के चलते खड़ी हो जाती है। 12 नवंबर की सुबह नैमिषारण्य से कानपुर जाने वाली बस नैमिषारण्य से मात्र 2 किलोमीटर दूरी पर ही बै¨रग टूटने के चलते मार्ग पर खड़ी हो गई। जिससे यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। बस खराब होने की सूचना कंडक्टर द्वारा डिपो अधीक्षक को दी गई। जिस पर अधीक्षक ने 1 घंटे में बस मैकेनिक भेजने का आश्वासन देकर फोन बंद कर दिया। दूसरी बस न होने से व 1 घंटे में बस आने के आश्वासन पर सवारियों को 5 घंटों तक इंतजार करना पड़ा, जिसके बाद भी कोई बस नहीं आई। यात्री विनीत सैनी ने बताया कि कल इसी बस से नैमिषारण्य आ रहे थे कि अचानक बस की लाइट फेल हो गई, जिससे 2 घंटे लेट होना पड़ा। यात्री रामवीर उपाध्याय ने बताया कि फोरमैन द्वारा बस का निरीक्षण सही ढंग से नहीं किया जा रहा है। फोरमैन की लापरवाही से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। हरीश त्रिपाठी ने बताया कि नैमिषारण्य से कानपुर के लिए कम से कम दो बसों का संचालन किया जाना चाहिए। जिससे एक के खराब होने पर दूसरी से सफर किया जा सके।