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आंधी बारिश ने फसलों संग उम्मीदों पर गिराई 'बिजली'

बारिश से केला आम के साथ उरद को नुकसान धान की तैयारी के लिए लाभप्रद

By JagranEdited By: Published: Wed, 25 May 2022 11:22 PM (IST)Updated: Wed, 25 May 2022 11:22 PM (IST)
आंधी बारिश ने फसलों संग उम्मीदों पर गिराई 'बिजली'

सीतापुर : पिछले दिनों आई आंधी व बारिश से खेती किसानी पर काफी असर पड़ा है। केला, आम व उरद की फसल को अधिक नुकसान हुआ है। आंधी से भारी मात्रा में आम टूट गया, अब उसमें रोग भी लग गया है। हां गन्ना, मेंथा को लाभ है तो धान फसल की तैयारी के लिए बारिश फायदेमंद है।

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औरंगाबाद : बारिश से आम में कटर व जोड़ा रोग लग गया है। बागवान गुड्डू बेग ने बताया कि कटर रोग बारिश में होता है। इसमें कीड़ा पैदा हो जाता है, यह कीड़ा आम को तने से काट देता है। फल गिर जाता है। वहीं जोड़ा रोग में बारिश के कारण कीट पैदा हो जाता है। इसके लगने से फसल सड़कर गिर जाती है। मानपुर : बारिश व आंधी में आम, उरद, केला की फसल को क्षति पहुंची है। कच्चा आम अधिक टूट गया है। वहीं केले के पेड़ गिर गए हैं। किसान ओम प्रकाश जायसवाल ने बताया कि उनके खेत में केला लगा था। एक तिहाई से अधिक पेड़ गिर गए। इससे काफी नुकसान हुआ है। पेड़ गिरने के बाद फल नहीं आएगा। बागवान सुरेश ने बताया कि एक बाग ठेके पर लिया था। आंधी में फसल गिर गई। अब रोग भी लग गया है। केवल धान की फसल लगाने की तैयारी में लगे किसानों को लाभ हुआ है। कल्ली चौराहा : आंधी व बारिश ने इस बार किसानों को बहुत नुकसान पहुंचाया है। आंधी से आम की फसल टूट गई है। बारिश के कारण रोग पैदा हो गए हैं। वहीं केला की फसल को भी नुकसान पहुंचा है। पानी भरने से उरद की फसल प्रभावित हुई है। गन्ना की फसल को भी लाभ मिला है। अटरिया : मनवा, अटरिया, नीलगांव, कुंवरपुर के आस पास आम के बाग अधिक हैं। आंधी से आम अधिक टूट गया है। वहीं कीट से फसल बचाने को बागवान अब दवा छिड़काव कर रहे हैं। सांडा : नयागांव के बागवान अलाउद्दीन ने बताया बाग को ठेके पर लिया था। आम टूट गया ऊपर से बारिश के कारण रोग लग गया है। इधर कई बार आंधी आई, फसल कम बची है। किसान महेश मिश्रा, रामदास, कृष्ण मुरारी ने बताया गन्ना, मेंथा की सिचाई हो गई। खरीफ फसल की तैयारी के लिए खेतों का पलेवा किया जा रहा है। वर्जन-

आंधी व पानी से आम, केला, उरद की फसल को नुकसान हुआ है। कहीं-कहीं आम व केला 50 प्रतिशत से अधिक गिरने की सूचना मिली है। आम में रोग लग गया है। उरद व मेंथा में पानी अधिक भरा है तो किसान निकाल दें। आम के पेड़ पर दवा का छिड़काव करें।

डा. दयाशंकर श्रीवास्तव, वरिष्ठ विज्ञानी, कृषि विज्ञान केंद्र कटिया


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