माता-पिता का मिला साथ तो और निखरा स्वदेश का अभिनय
बच्चों को अपनी इच्छा से जीने दें। जो वह करना चाहते हैं करने दें।
सीतापुर : बच्चों को अपनी इच्छा से जीने दें। जो वह करना चाहते हैं, करने दें। करियर को थोपे नहीं, स्वयं चुनाव करने दें। संसाधन उपलब्ध कराएं वे स्वयं अपनी मंजिल तलाश कर लेंगे। स्वदेश के माता- पिता ने जब यह समझा तो उसे उसकी मंजिल मिल गई। आज यह छोरा मायानगरी में अपनी छाप छोड़ने में सफल हो रहा है। माता-पिता की सहमति के बाद उसका अभिनय पर्दे पर और निखर रहा है। स्वदेश इन दिनों कलर्स चैनल के नए सीरियल विद्या में जगत की अहम भूमिका निभा रहे हैं। उनके किरदार और अभिनय को लोग खूब पसंद भी कर रहे हैं। परिवार की रजामंदी के बाद आसान हुई डगर
परिवार शिक्षित था। सब यही चाहते थे कि स्वदेश भी इस सिलसिले को कायम रखे। पढ़े, लिखे और नाम कमाए मगर, स्वदेश ने तो कुछ अलग करने की ठान रखी थी। प्रारंभिक शिक्षा आनंदी देवी इंटर कॉलेज से ग्रहण की। इसके बाद परिवारजन ने कोटा भेज दिया। वहां मन नहीं लगा। फिर आगरा बीटेक करने के लिए गया। इंजीनियरिग के बजाय वहां भी स्वदेश प्ले करते। आखिरकार, उन्हें इंजीनियरिग न भायी। उन्होंने बीटेक छोड़ दिया। अपनी रुचि बताई तो अपनों की नाराजगी भी झेलनी पड़ी। पढ़े-लिखे घर का युवक नाटक और नौटंकी करे, ये नागवार था। ऐसे वक्त में पिता विद्या प्रकाश मिश्र और मां कौशांबी मिश्रा ने बेटे का साथ दिया। परिवार ने भी स्वदेश के निर्णय पर सहमति जताई तो उसे अपनी डगर आसान लगने लगी। बिना थके करते रहे संघर्ष
माता-पिता के राजी होने पर स्वदेश ने दिल्ली की राह पकड़ी। वहां छह वर्ष तक थियेटर से जुड़े रहे। इसके बाद मुंबई पहुंच गए। वहां भी दो साल खूब ऑडिशन दिए मगर, मौका नहीं मिला। इसके बावजूद भी वह थके नहीं। आखिरकार, उनके संघर्ष को अब मुकाम मिल गया है। पिछले दिनों विद्या सीरियल के ऑडिशन में हिस्सा लिया और सेलेक्ट हो गए। अब वह इस सीरियल में प्रमुख भूमिका निभाएंगे। उनका किरदार जगत है। वह ननकू ठाकुर (अभिनेता वकार शेख) के साले जगत का रोल निभाएंगे।