परिक्रमा में समस्याओं से जूझेंगे श्रद्धालु
सीतापुर : 84 कोसीय परिक्रमा शुरू होने के ठीक 15 दिन बचे हैं, लेकिन तैयारियों की चाल बह
सीतापुर : 84 कोसीय परिक्रमा शुरू होने के ठीक 15 दिन बचे हैं, लेकिन तैयारियों की चाल बहुत सुस्त है। ऐसे में रामादल की राह सुगम नहीं कही जा सकती। परिक्रमा के ग्यारह पड़ावों में श्रद्धालुओं की भीड़ सबसे अधिक अंतिम पड़ाव मिश्रिख में होती है, क्योंकि यहां वे कई दिन तक रुकते हैं। स्थानीय स्तर पर पंच कोसी परिक्रमा करते हैं।
मान्यता है कि जो चौरासी कोसीय परिक्रमा नहीं कर पाते, वह पंच कोसीय परिक्रमा कर अक्षय पुण्य का लाभ प्राप्त करते हैं। पंच कोसीय परिक्रमा के बाद श्रद्धालु अपने घरों के लिए रवाना हो जाते हैं। अंतिम पड़ाव पर भी तैयारियां नहीं दिख रही। प्रमुख दधीचि कुंड, सीता कुंड में गंदा जल व काई अव्यवस्था उजागर करने के लिए पर्याप्त है, लेकिन अभी तक साफ सफाई शुरू नहीं हो सकी है। प्राचीन मंदिर भी जीर्णोद्धार की राह देख रहे हैं। श्रद्धालुओं के ठहराव स्थलों पर भी सफाई का अभाव है। पंच कोसीय परिक्रमा मार्ग भी जर्जर है। रास्ते व गलियां गंदगी से पटे हैं। नगर में भी पर्याप्त सफाई का अभाव है। ऐसे में आने वाले लोगों को निश्चित दिक्कतों का सामना करना होगा।