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4.50 लाख परिवारों को मिलेगा 'आयुष्मान' का लाभ

सीतापुर : सांसद राजेश वर्मा ने रविवार को ¨हद इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस अटरिया में

By JagranEdited By: Published: Sun, 23 Sep 2018 09:45 PM (IST)Updated: Sun, 23 Sep 2018 09:45 PM (IST)
4.50 लाख परिवारों को मिलेगा 'आयुष्मान' का लाभ
4.50 लाख परिवारों को मिलेगा 'आयुष्मान' का लाभ

सीतापुर : सांसद राजेश वर्मा ने रविवार को ¨हद इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस अटरिया में आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत योजना में आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को लाभ होगा। सांसद ने ग्रामीण क्षेत्रों में योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार कराने की जरूरत बताते हुए जन जागरूकता लाने की आवश्यकता पर बल दिया। कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में प्रधान, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशा जागरूकता की दिशा में अच्छा कार्य कर सकती हैं। सांसद ने कहा कि अभी तक गरीब तबके के लोग बीमारी की स्थिति में अपनी संपत्ति बेंचकर या साहूकार से उधार लेकर इलाज कराते हैं। जिससे पूरा परिवार आर्थिक एवं मानसिक रूप से प्रभावित होता है। अब इस योजना से जुड़ने वाले परिवारों का इलाज के लिए आर्थिक तौर पर परेशान नहीं होना पड़ेगा। इस अवसर पर सांसद वर्मा ने पात्र लाभार्थियों को योजना के कार्ड भी वितरित किये। कार्यक्रम में बिसवां विधायक महेंद्र यादव, लहरपुर विधायक सुनील वर्मा, डीएम शीतल वर्मा, सीएमओ डॉ. आरके नैयर, संस्थान की प्रबंध निदेशक रीता मिश्रा आदि मौजूद रहे।

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4.50 लाख परिवारों का बीमा

डीएम ने बताया कि जिले के 4.50 लाख परिवारों के लगभग 22 लाख लोग आयुष्मान भारत योजना से लाभान्वित होंगे, इन परिवारों को चिह्नित किया गया है। इन परिवारों का 5 लाख तक का स्वास्थ्य बीमा किया गया है। चिह्नित लाभार्थी का पूरा परिवार 5 लाख तक की सीमा तक सूचीबद्ध किसी भी सरकारी या निजी अस्पताल में नि:शुल्क इलाज करा सकते हैं। अस्पताल में ले जाने होंगे दस्तावेज

डीएम ने कहा कि लाभार्थी परिवार के यदि किसी सदस्य को स्वास्थ्य संबंधी समस्या होती है, तो वह अपना पहचान पत्र के रूप में आधार कार्ड, राशन कार्ड, वोटर आइडी या फिर परिवार रजिस्टर की नकल लेकर सूचीबद्ध अस्पताल में जाएगा। योजना के ऑनलाइन सॉफ्टवेयर पर पहचान की पुष्टि के उपरांत संबंधित चिकित्सक द्वारा उपचारित किया जायेगा।

मदद के लिए अस्पताल में आरोग्य मित्र

डीएम ने यह भी बताया कि मरीज को स्वास्थ्य सेवा प्राप्त करने में सहयोग देने के लिए चिकित्सालय में आरोग्य मित्र तैनात रहेंगे। परिवार के किसी भी सदस्य को कोई भी धनराशि इलाज के लिए अस्पताल में नहीं देनी होगी। उपचार के उपरांत लाभार्थी को घर तक नि:शुल्क वापस भेजने का प्रबंध योजना में है।


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