205 शिक्षकों ने अतिरिक्त कार्यो से दिया इस्तीफा
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सीतापुर : संसाधन का अभाव और बढ़ते अतिरिक्त कार्यों के दबाव से शिक्षक जिम्मेदारों से नाराज हैं। पिछले दिनों से विरोध-प्रदर्शन के बाद अब शिक्षकों ने गुरुवार से प्रभारी प्रधानाध्यापक पद की अतिरिक्त जिम्मेदारी इस्तीफा देना शुरू कर दिया है। शुक्रवार को भी 205 शिक्षकों ने बीईओ को इस्तीफा दिया है। इस तरह गुरुवार से शुक्रवार तक कुल 312 शिक्षकों ने अतिरिक्त कार्यों से इस्तीफा दिया है। ये सभी शिक्षक प्राथमिक विद्यालयों के हैं। उप्र प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष रवींद्र दीक्षित ने बताया कि अतिरिक्त कार्य से इस्तीफा देने वाले शिक्षकों में 36 प्रधानाध्यापक हैं जिन्होंने एनपीआरसी के अतिरिक्त कार्य से इस्तीफा दिया है। अतिरिक्त कार्य को छोड़ने का कारण जिलाध्यक्ष ने बताया कि अभी तक वे एडीएम व ड्रेस आदि के लिए चक्कर काटते थे और उधारी का तकादा सुनते थे। मूल विभाग के अतिरिक्त अन्य विभागों कार्यों के बदले शिक्षकों को कोई अतिरिक्त वेतन भी नहीं मिलता। अब प्रेरणा एप के अतिरिक्त कार्य को पूरा कराने को सरकार आंखे तरेर रही है। ऐसे में हम भी अब उसी पद का कार्य करेंगे, जिसका वेतन मिलता है। 15 साल हो गए हैं जूनियर हाईस्कूल के सहायक अध्यापकों के प्रमोशन नहीं हुए हैं 90 प्रतिशत से अधिक प्रधानाध्यापक के पद रिक्त हैं।
इन ब्लॉकों के शिक्षकों ने दिया इस्तीफा
महमूदाबाद के 49 शिक्षकों ने प्रभारी प्रधानाध्यापक व 9 प्रधानाध्यापकों ने एनपीआरसी के अतिरिक्त कार्य से इस्तीफा दिया है। हरगांव के 39, मिश्रिख के 27, रामपुर मथुरा के 36 शिक्षकों ने प्रभारी प्रधानाध्यापक पद के कार्य से त्याग पत्र बीईओ को दिया है। बिसवां के 16 प्रधानाध्यापक व रामपुर मथुरा के एक प्रधानाध्यापक ने एनपीआरसी के अतिरिक्त कार्य करने से इनकार किया है।