गैर राज्यों में जा रहा जिले का धान
सीतापुर : सिस्टम की अनदेखी का आलम ये है कि अन्नदाता को उपज का वाजिब मूल्य नहीं मिल रहा है। क्रय केंद
सीतापुर : सिस्टम की अनदेखी का आलम ये है कि अन्नदाता को उपज का वाजिब मूल्य नहीं मिल रहा है। क्रय केंद्रों पर प्रभारियों की नाफरमानी से आजिज किसान गल्ला मंडियों व गांव क्षेत्र के बिचौलियों से बेभाव उपज बेचने को विवश हैं। क्रय केंद्रों पर सन्नाटे के कारण ही शहर गल्ला मंडी में धान की आवक हर रोज बढ़ती जा रही है। एक अक्टूबर से 18 नवंबर तक गल्ला मंडी में 4.50 ¨क्वटल से अधिक धान आ चुका है, जो अधिकतम 1550 रुपये प्रति ¨क्वटल के भाव में बिका है। व्यापारी मुनाफे के लिए इस किसानों की उपज को गैर राज्यों की बड़ी मंडियों में बेच रहे हैं। लगभग हर रोज एक से दो दर्जन ट्रक धान हरियाणा, पंजाब, रुद्रपुर, काशीपुर, शाहजहांपुर आदि मंडियों में भेजा जा रहा है। शहर गल्ला मंडी समिति कार्यालय के मुताबिक 15 नवंबर को 14 ट्रक, 16 व 17 नवंबर को 18-18 ट्रक धान गैर राज्यों में व्यापारियों ने भेजा है। चेक पोस्ट पर आवक रजिस्टर के आंकड़े बताते हैं कि एक से 31 अक्टूबर तक गल्ला मंडी में 2,86,926 ¨क्वटल और एक से 17 नवंबर तक 1,63,500 ¨क्वटल धान आया है। इस तरह 17 नवंबर तक कुल 4,50,426 धान शहर गल्ला मंडी में आ चुका है।