महिलाओं को दिया गया भू-स्वामित्व प्रमापण-पत्र
सोमवार तहसील सभागार में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट जग प्रवेश व तहसीलदार अरुण कुमार वर्मा ने राष्ट्रीय महिला दिवस पर 53 महिलाओं को भू-स्वामिनी बना दिया। पट्टे की जमीनों की उनके नाम से वरासत कर उसका प्रमाण पत्र पाई कई महिलाओं की आंखों से खुशी के आंसू भी छलक गए।
सिद्धार्थनगर : सोमवार तहसील सभागार में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट जग प्रवेश व तहसीलदार अरुण कुमार वर्मा ने राष्ट्रीय महिला दिवस पर 53 महिलाओं को भू-स्वामिनी बना दिया। पट्टे की जमीनों की उनके नाम से वरासत कर उसका प्रमाण पत्र पाई कई महिलाओं की आंखों से खुशी के आंसू भी छलक गए। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट प्रमाण पत्र देते हुए महिलाओं से कहा कि अब आप कमजोर नहीं, आज से अब आप भी भू-स्वामिनी हो गईं।
महिला अधिकार और सुरक्षा के विषय पर आयोजित गोष्ठी में उपजिलाधिकारी ने कहा कि देश की आधी आबादी को सुरक्षा सम्मान और अधिकार देना हम सबका कर्तव्य है। महिलाओं के सुरक्षा और अधिकार के लिए शासन प्रशासन समय समय पर आयोजन करता रहा है। प्रमाण पत्र लेने वालों में शोभा, कौशल्या, प्रभावती, अनुमीन आदि की आंखों में खुशी के आंसू साफ दिखाई पड़ रहे थे। तकीबुन निशा, प्रेमा ,गुड़िया, राधा, इंद्रावती, सतिया शामिल हैं। रत्नाकर मिश्रा, सोमेंद्र कौशिक, भानु प्रताप, हीरा, अंसारी फैआज आदि उपस्थित रहे। देश की बुलंदियों पर आज की नारी : चमन आरा
सिद्धार्थनगर : देश की बुलंदियों पर आज नारी हैं। हर क्षेत्र में वह अपना लोहा मनवा रहीं हैं। पहचान व सम्मान की वह मोहताज नहीं। अच्छा मुकाम पर पहुंच वह हमेशा सम्मान पा रहीं हैं। लेकिन समाज से आपेक्षित सहयोग हमेशा मिलते रहने की दरकार जरूर है। उन्हें स्वावलंबी व आत्मनिर्भर बनाने में सरकार का सहयोग तो है पर इसमें और बढ़ोत्तरी की अपेक्षा है।
उक्त बातें समाजवादी महिला सभा जिला अध्यक्ष व निवर्तमान नपाध्यक्ष चमन आरा राइनी ने कहीं।
वह महिला दिवस के अवसर पर नगर प्राथमिक स्वास्थ्य पर महिला मरीजों में फल वितरण कर विचार गोष्ठी में बोल रहीं थीं। कहा देश, समाज, परिवार, व्यापार व नौकरी पेशा तक में यह अब प्रतिनिधित्व कर रहीं। हां यह कहने में गुरेज नहीं कि अभी भी ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता की कमी से वहां की महिलाएं तेजी से आगे नहीं बढ़ पा रहीं।