टूटे पुलों पर कब पड़ेगी विभाग की नजर
ग्रामीण सड़कों की दशा वैसे भी बदतर है। ऊपर से मार्ग पर मार्ग पर बने दो- दो पुलों को ठह जाने से जाने से राहगीरों को जहां दुर्गम यात्रा करनी पड़ रही वहीं दुर्घटना की भी संभावनाएं प्रबल हैं।
सिद्धार्थनगर : ग्रामीण सड़कों की दशा वैसे भी बदतर है। ऊपर से मार्ग पर मार्ग पर बने दो- दो पुलों को ठह जाने से जाने से राहगीरों को जहां दुर्गम यात्रा करनी पड़ रही वहीं दुर्घटना की भी संभावनाएं प्रबल हैं। विकास खंड के बरगदी व बानकुईयां में सरयू नहर द्वारा बनाए गए पुल से चार दर्जन से अधिक गांवों के लोगों का आवागमन होता है। पर अब वैकल्पिक व्यवस्था से आवागमन हो रही है ।
सरयू नहर शाखा पर स्थित बरगदी गांव का पुल नवंबर 2019 व बानकुईयां का पुल दिसंबर 2019 में पानी के तेज बहाव से ढह गया। बरगदी पुल के ढहने के दूसरे दिन यहां डुमरियागंज विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह सरयू नहर के अधिकारियों को साथ लेकर निरीक्षण करने भी पहुंचे थे। ग्रामीणों के सामने अधिकारियों को निर्देशित किया था कि तत्काल इसे बनवाएं। विभाग ने शासन को इसके लिए इस्टिमेट बनाकर तो भेज दिया पर उस पर अभी तक कोई कार्य नहीं हो सका । पैदल राहगीर वैकल्पिक व्यवस्था से तो आ जा रहे पर वाहन सवार पांच से सात किमी का चक्कर काट अपने गंतव्य तक पहुंच रहे । यही स्थिति बानकुईयां पुल की भी है । पैदल आवागमन के लिए वैकल्पिक पुल ग्रामीणों ने तो बना लिया है पर वाहनों के आवागमन की समस्या बनी हुई है। दोनों पुलियों का इ्रस्टिमेट बना कर भेजा जा चुका है । धन अवमुक्त अभी तक नहीं हो सका है। कोशिश है कि नहर चलने से पहले ही दोनों पुलियों का टेंडर प्रक्रिया करा दिया जाएगा ।