मतदाता मुंबई में, फिर भी पड़ गया वोट; मतदान करने पहुंची युवती तो कर्मचारी बोले मैडम आपने तो वोट डाल दिया
मामले बढ़ने पर सेक्टर मजिस्ट्रेट भी पहुंच गए। युवती की शिकायत पर उनका चैलेंज वोट भी डलवाया गया। इसकी जानकारी होने पर वहां अन्य प्रत्याशी व उनके समर्थक भी पहुंच गए। इसमें एक प्रत्याशी को लगा कि मौके पर पहले से मौजूद प्रत्याशी ही फर्जी वोट डलवा रहे हैं।
जागरण संवाददाता, सिद्धार्थनगर : नगर पालिका सिद्धार्थनगर के बूथ संख्या 41 कृष्णानगर में फर्जी मतदान को लेकर जमकर विवाद हुआ। मतदाताओं ने मतदान कर्मियों पर आरोप लगाया कि इस बूथ पर फर्जी मतदान हो रहा है। मतदाताओं ने आरोप लगाया कि मतदाता मुंबई में हैं और यहां उनका वोट पड़ जा रहा है। लोग वोट डालने आ रहे हैं और पता चल रहा है। उनका वोट पहले से पड़ गया है। इसे लेकर गुरुवार की शाम को तीन प्रत्याशी आपस में भिड़ गए।
वोट डालने से पहले ही पड़ गया वोट
गुरुवार शाम करीब साढ़े पांच बजे गांधीनगर मोहल्ले की रजनी वोट डालने के लिए कृष्णानगर बूथ पर पहुंचीं। वहां पता चला कि उनका वोट पहले से किसी ने डाल दिया है। इस दौरान वहां नगर पालिका के एक प्रत्याशी भी अपना वोट डालने पहुंचे थे। रजनी ने उनसे शिकायत की कि उनका वोट किसी ने डाल दिया।
मामले बढ़ने पर वहां पर सेक्टर मजिस्ट्रेट भी पहुंच गए। युवती की शिकायत पर उनका चैलेंज वोट भी डलवाया गया। इसकी जानकारी होने पर वहां अन्य प्रत्याशी व उनके समर्थक भी पहुंच गए। इसमें एक प्रत्याशी को लगा कि मौके पर पहले से मौजूद प्रत्याशी ही फर्जी वोट डलवा रहे हैं। इस संदेह से दूसरी प्रत्याशी ने उन्हें खरी खोटी सुनाया। उन पर रुपये लेकर टिकट बेचने का भी आरोप लगाया। तीसरे प्रत्याशी व उनके समर्थक ने प्रशासन पर बूथ कैप्चरिंग का आरोप लगाया और उन्हें खरी खोटी सुनाया।
सभासद प्रत्याशी ने लगाया आरोप
छह गांधीनगर मोहल्ले से सभासद के पद के प्रत्याशी शिवकुमार ने आरोप लगाया है कि इसी मोहल्ले के एक निरीक्षक बाहर रहते हैं। उनका वोट फर्जी पड़ गया है। उन्होंने कहा कि उनकी भतीजी मोनालिसा मुंबई में रहती हैं। उनका फर्जी मत पड़ गया है।
इसके अलावा मोहल्ले की विप्लावती, विभूती का भी फर्जी वोट पोल होने का मामला सामने आया है। उन्होंने बताया कि यह मामला सामने आया तो वहां अध्यक्ष पद के कई प्रत्याशी पहुंच गए थे। सेक्टर मजिस्ट्रेट खुद पहुंच गए थे। मामला उनके संज्ञान में आ गया था। इस लिए उन्होंने इसकी कोई लिखित शिकायत नहीं की।
यह मात्र मानवीय भूल है। वहां चैलेंज वोट सिर्फ एक पोल हुआ है। चैलेंज मतों की संख्या अधिक होती तब यह फर्जी वोटिंग का मामला बनता, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है।
संजीव रंजन,जिलाधिकारी