क्षेत्र के विकास की सोच रखने वाले को वोट
विधानसभा का चुनावी बिगुल बजने के साथ ही प्रमुख दलों के भावी प्रत्याशी सहित छोटे-छोटे दलों के नेता वोटरों को रिझाने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाने शुरू कर दिये हैं। कहीं धर्म और जाति कि दुहाई दी जा रही है तो कुछ इलाके की तस्वीर बदलने का दावा कर रहे हैं।
सिद्धार्थनगर : विधानसभा का चुनावी बिगुल बजने के साथ ही प्रमुख दलों के भावी प्रत्याशी सहित छोटे-छोटे दलों के नेता वोटरों को रिझाने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाने शुरू कर दिये हैं। कहीं धर्म और जाति कि दुहाई दी जा रही है तो कुछ इलाके की तस्वीर बदलने का दावा कर रहे हैं। इस बीच युवा वोटर भी अपने वोट को लेकर मुखर होते दिखाई दे रहे हैं। उनका कहना है कि चुनाव में ईमानदार व्यक्तित्व एवं विकास की सोच रखने वाले नेता को ही चुना जाए, जिससे पांच साल पछताना न पड़े। पवन मिश्र का कहना है कि राजनीति में दागी छवि वाले नेता को दरकिनार कर देने की आवश्यकता है। विधायक यदि ईमानदार होगा तभी वह अपने दायित्वों का पालन पूरी निष्पक्षता के साथ कर सकेगा। पार्टियों को चाहिए कि वह ऐसे उम्मीदवारों को टिकट न दें जो दागी छवि के हों। मेरा वोट साफ सुधरे छवि वाले नेता को ही जाएगा। अजीज ने बताया कि इस बार चुनाव में वे उसी को वोट देंगे जो विकास व रोजगार के प्रति गंभीर दिखाई देता हो। स्थानीय स्तर पर रोजगार की व्यवस्था न होने के कारण लोगों को बड़े शहरों में भटकना पड़ता है। इस स्थिति में सुधार की जरूरत है। लघु उद्योग और कुटीर उद्योग को बढ़ावा देने वाले को चुनेंगे। नागमणि ने कहा कि ऐसे उम्मीदवार को चुना जाना चाहिए जो विकास के प्रति गंभीर हो और युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान कराने के लिए संघर्षशील हो। मंदिर-मस्जिद की राजनीति से ऊपर उठकर वोट करूंगा जिससे पांच वर्ष तक पछताना न पड़े। धरातल पर विकास कार्य दिखाई दें। दीपू धुरिया ने कहा कि नेता सिर्फ वादे करते हैं फिर कुर्सी पाकर मुकर जाते हैं। इस बार उसी जनप्रतिनिधि को मौका मिलना चाहिए जिसकी छवि समाज में बेहतर हो। पढ़े लिखे के साथ साथ जाति धर्म की राजनीति करने वाला न हो। शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क बिजली जैसी मूलभूत सुविधाओं के प्रति गंभीर हो।
रामकुमार की उपेक्षा से आहत कार्यकर्ताओं ने उठाई आवाज
सिद्धार्थनगर : समाजवादी पार्टी से डुमरियागंज विस क्षेत्र का टिकट रामकुमार यादव को देने की मांग कार्यकर्ताओं ने की है। हालांकि यहां से बसपा छोड़ सपा में आईं सैय्यदा खातून पर पार्टी ने दांव लगाया है, जो पिछले चुनाव में महज 171 मतों से चुनाव हार गई थीं। शुक्रवार को नगर पंचायत डुमरियागंज स्थित सपा कार्यालय पर सपा नेता सत्यनारायण यादव ने कहा कि जिसने पांच वर्ष तक संघर्ष किया उसे टिकट न देना अन्याय है। दिनेंद्र दत्त उर्फ छोटे यादव, जमाल अहमद, शकील अब्बास काजमी, गुलाम मुस्तफा, एनुलहक, अतीकुर्रहमान, अज्जू सिंह, अवधेश सिंह, राहुल सिंह, गंगाराम, प्रेमचंद्र, तौव्वाब अली, विजय बहादुर, ओमप्रकाश, दिलीप, पप्पू मलिक, गुड्डू मलिक, मुख्तार अहमद, वजीद हसन रिजवी, जहीर अहमद, राजू, अनवर, गणेशी, सरस आदि ने पार्टी से टिकट बदलने की मांग की है।