छोटे उद्योगों से बढ़ाई जा सकती है आय
कृषि विज्ञान केंद्र सोहना पर गरीब प्रवासी मजदूरों का तीन दिवसीय कौशल विकास प्रशिक्षण का समापन शुक्रवार को हुआ। फल एवं सब्जियों का प्रसंस्करण एवं मूल संवर्धन विषय पर आयोजित प्रशिक्षण के अंतिम दिन सभी प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र दिया गया।
सिद्धार्थनगर :
कृषि विज्ञान केंद्र सोहना पर गरीब प्रवासी मजदूरों का तीन दिवसीय कौशल विकास प्रशिक्षण का समापन शुक्रवार को हुआ। फल एवं सब्जियों का प्रसंस्करण एवं मूल संवर्धन विषय पर आयोजित प्रशिक्षण के अंतिम दिन सभी प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र दिया गया।
समापन करते हुए वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं केंद्र अध्यक्ष डा. एल सी वर्मा ने तीन दिन में जो कुछ सीखा है, उसको रोजगार के सिलसिले में प्रयोग करें, जिससे इसका लाभ सभी प्रवासियों को मिल सके। समन्वयक डॉ. प्रदीप कुमार ने कहा कि जो तरीका बनाया गया है, उसको अपनाकर सभी प्रवासी श्रमिक आय का अवसर तलाश कर सकते हैं। छोटे-छोटे उद्योग के जरिये अपना भविष्य सुनहरा बना सकते हैं। भोजन के दौरान अचार का एक या दो टुकड़ा एक ओर जहां खाने के स्वाद को दोगुना कर देता है वहीं ये लघु उद्योग लगाकर फायदेमंद का सौदा बन सकता है डॉ. डी.पी. सिंह ने कहा कि आचार से अपने घरों में छोटा उद्योग स्थापित करते हुए आय सृजित कर सकते हैं। नीलम सिंह ने चर्चा में कहा नींबू, गाजर, टमाटर, प्याज, लहसुन, आंवला, कटहल, आम, आंवला से अचार बनाने की विधि के बारे में विस्तार पूर्वक बताया।रमेश यादव, पिन्टू तिवारी, राजकुमार, प्रदीप, दुर्गा, नंदनी सहित डॉ एस एन सिंह, डॉ एस के मिश्रा, डॉ मार्कंडेय सिंह, सूर्य प्रकाश, अर्जुन यादव आदि उपस्थित रहे।