शौचालय न आवास, यह कैसा विकास
खेसरहा विकास खंड के ग्राम पंचायत बेलऊख का टोला छोटकी बेलऊख विकास को तरस रहा है।
सिद्धार्थनगर : खेसरहा विकास खंड के ग्राम पंचायत बेलऊख का टोला छोटकी बेलऊख विकास को तरस रहा है। गांव के आधा दर्जन से अधिक गरीबों को न शौचालय मिला और न ही आवास। लोग सरकार द्वारा अलापा जा रहे विकास के नारे को पूरी तरह झूठा मान रहे हैं।
छोटकी बेलउख में शासन द्वारा चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं का लाभ गरीबों तक नहीं पहुंच पा रहा है। गांव में केवल दो इंडिया मार्का हैंडपंप लगा है। जल निकासी के लिए दो तीन नालियां तो बनी हैं पर सफाई न होने के कारण वह भी भटी पड़ी हुई हैं। स्वच्छ भारत अभियान के तहत कुछ शौचालय का निर्माण कराया गया जो आधा अधूरा होने से निष्प्रयोज्य है। अब तो उनके दरवाजे आदि भी टूट गए हैं। गांव के ही इमरान व फिरोज ने बताया कि शौचालय का निर्माण ठेकेदार द्वारा कराया गया है। गांव की ही शबाना पत्नी अफजल, रेहाना, सबीना आदि को न शौचालय मिला न हीं आवास। जबकि सभी अति गरीब हैं। किसी तरह मेहनत मजदूरी करके अपने परिवार का भरण-पोषण करती हैं। शबाना ने बताया कि आवास तथा शौचालय के लिए प्रधान से कई बार कहा लेकिन कोई मतलब नहीं निकला।
प्रभारी एडीओ पंचायत खेसरहा रमेश यादव ने कहा कि मामला संज्ञान में नहीं था। परिवार अगर पात्रता की श्रेणी में आता है तो उसे आवास दिया जायेगा। जहां तक सफाई, स्वच्छ पेयजल, की बात है तो जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी