सीसीटीवी फुटेज में खुल सकता है 80 लाख की ठगी का राज
एंबुलेंस चालक व इमरजेंसी मेडिकल टेक्निशियन के पदों पर भर्ती के नाम पर जीवीके कंपनी का नियोक्ता आवेदकों से डीडी के नाम पर करीब 80 लाख रुपये लेकर फरार हो गया। जानकारी होने पर सीएमओ कार्यालय हरकत है आया है। अब पीड़ितों के तहरीर का इंतजार किया जा रहा है।
सिद्धार्थनगर: एंबुलेंस चालक व इमरजेंसी मेडिकल टेक्निशियन के पदों पर भर्ती के नाम पर जीवीके कंपनी का नियोक्ता आवेदकों से डीडी के नाम पर करीब 80 लाख रुपये लेकर फरार हो गया। जानकारी होने पर सीएमओ कार्यालय हरकत है आया है। अब पीड़ितों के तहरीर का इंतजार किया जा रहा है। आवेदकों का कहना है कि पैसे के लेनदेन का पता सीएमओ कार्यालय में लगी सीसीटीवी फुटेज से हो सकेगी। अधिकतर लोगों ने कार्यालय के गैलरी में पैसा दिया है। सभी से डिमांड ड्राफ के नाम पर 30 से 50 हजार रुपये वसूल लिए। भर्ती फाइनल होने से पहले कर्मचारी पैसा लेकर फरार हो गया। मामले की जानकारी जब कंपनी के विभागाध्यक्ष को हुई तो उन्होंने कर्मचारी को बर्खास्त कर दिया। कंपनी बदले जाने से नाराज एंबुलेंस चालक एवं इमरजेंसी मेडिकल टेक्निशियन जुलाई माह में हड़ताल पर चले गए थे। इसके पश्चात एम्बुलेंस सेवा पूरी तरह से ठप हो गई थी। कंपनी ने आवेदन आमंत्रित करते हुए भर्ती प्रक्रिया शुरू की थी। भर्ती अब भी अधर में लटकी हुई है। जबकि आवेदकों से 31 जुलाई से दो अगस्त तक सीएमओ कार्यालय के पीछे भर्ती प्रक्रिया संचालित की गई। बेरोजगार ठगी के शिकार हुए अनुपम, इजाद अली, उग्रह यादव, अवनीश निगम, चेतराम आदि ने कहा कि सीएमओ से मिलकर जल्द शिकायत करेंगे। कार्रवाई नहीं होने पर मामला शासन के संज्ञान में ले जाएंगे।
आवेदकों की शिकायत का हो रहा इंतजार : सीएमओ डा. संदीप चौधरी ने कहा कि आवेदक मंगलवार को आफिस आए थे। हम क्षेत्र भ्रमण पर थे। सभी को दो दिन बाद बुलाया गया है। उनके आने पर शिकायत के आधार पर मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। इस बारे में कंपनी के जिम्मेदारों से बातचीत भी की गई है।