अधूरा तो किसी शौचालय में पुआल व लकड़ी
स्वच्छ भारत अभियान में पानी की तरह पैसा बहाया जा रहा है मगर इसकी जमीनी हकीकत देखनी हो तो खुनियांव ब्लाक के ग्राम पंचायत सेमरा में चले आएं। यहां बड़ी संख्या में शौचालय अधूरे मिलेंगे कुछ का निर्माण अधर में लटका है।
सिद्धार्थनगर : स्वच्छ भारत अभियान में पानी की तरह पैसा बहाया जा रहा है, मगर इसकी जमीनी हकीकत देखनी हो, तो खुनियांव ब्लाक के ग्राम पंचायत सेमरा में चले आएं। यहां बड़ी संख्या में शौचालय अधूरे मिलेंगे, कुछ का निर्माण अधर में लटका है। सार्वजनिक जगहों पर गंदगी का ढेर है, तो बहुत सारे लोग आज भी खुले में शौच जाने को मजबूर हैं।ग्राम पंचायत तीन पुरवा में बंटा है। जहां 172 शौचालय आए थे, जिससे गांव को शौच मुक्त बनाया जा सके। 140 शौचालय बने, तो 32 का निर्माण अधर में है। जो शौचालय बने हैं, उनमें कुछ अधूरे हैं, तो कुछ में पुआल व लकड़ी रखने के काम आ रहा है। ऐसे में खुले में शौच यहां नहीं रूक रहा है। ग्राम प्रधान राजू प्रसाद ने कहा कि जिन शौचालय का निर्माण नहीं हुआ, उसमें जगह का अभाव है। बहुत सारे शौचालय जिनको इस्तेमाल में नहीं लाया जा रहा है, उसके लिए लोगों में जागरूकता की कमी है। प्रयास करते हैं कि समस्या दूर हो। सफाई कर्मी आते नहीं है, अपने स्तर से जो हो सकता है, सफाई कराते हैं। गांव के देवीदयाल यादव, जोखू प्रजापति, बहादुर चौधरी, राम नरेश गुप्ता, मूलचंद गुप्ता आदि का कहना है कि शौचालय निर्माण में अनियमितता बरती गई, जिसके कारण बहुत सारे शौचालय के दरवाजे टूट गए हैं, कुछ अधूरे पड़े हैं। खंड विकास अधिकारी सतीश पाण्डेय का कहना है कि जांच कराई जाएगी, जो शौचालय अधूरे हैं अथवा निर्माण नहीं कराया गया, उसको पूर्ण कराया जाएगा।