नलकूप बेपानी, कैसे होगी खेतों की सिचाई
गांव में नलकूप लगा तो आसपास क्षेत्र के किसानों को उम्मीद बंधी कि अब उनके खेतों की सिचाई सस्ती एवं आसान हो जाएगी। परंतु विभागीय उदासीनता के कारण किसानों के लिए सिचाई सुविधा दूर की कौड़ी साबित हो रही है।
सिद्धार्थनगर : खुनियांव विकास खंड अन्तर्गत ग्राम बलिभद्दपुर उर्फ गोबरहा का राजकीय नलकूप किसानों के लिए दिखावा बना है। इधर सिचाई का मौसम करीब है, ऐसे में समय रहते विभागीय अधिकारी नहीं चेते तो इस बार भी किसानों को सस्ती सिचाई का लाभ मिलना मुश्किल हो जाएगा।
गांव में नलकूप लगा तो आसपास क्षेत्र के किसानों को उम्मीद बंधी कि अब उनके खेतों की सिचाई सस्ती एवं आसान हो जाएगी। परंतु विभागीय उदासीनता के कारण किसानों के लिए सिचाई सुविधा दूर की कौड़ी साबित हो रही है। खेतों तक पानी पहुंचाने के लिए बनी अधिकांश नाली ध्वस्त हो गई है, जिसकी मरम्मत नहीं कराई जा रही है। नलकूप भी महीनों से खराब है। यहां की स्थिति देखने पर पता चलता है, कि काफी दिनों से नलकूप का ताला नहीं खुला है। आसपास बड़ी-बड़ी घास उग आई है। किसानों में डा. दिनेश सिंह, रमेंद्र बहादुर, शैलेन्द्र, विक्रम सिंह, रिकू का कहना है कि नलकूप निर्माण में मानक की अनदेखी की गई, यही वजह है कि इसकी पाइप लाइन भी खराब हो गई है। नालियां भी क्षतिग्रस्त है। समस्या समाधान की दिशा में जिम्मेदारों का रवैया उदासीन है। जबकि खेतों की सिचाई होनी है। समझ में नहीं आता किसान क्या करें। नलकूप और पाइप लाइन ठीक नहीं हुए तो निजी व्यवस्था से सिचाई करनी पड़ेगी, जिससे जेब पर अतिरिक्त बोझ बढ़ेगा। अधिशासी अभियंता नलकूप राजेश उपाध्याय ने बताया कि समस्या संज्ञान में नहीं है। संबंधित जेई से जानकारी लेते हैं। फिर समाधान की दिशा में जो जरूरी कदम होंगे, उठाए जाएंगे।
आंदोलन करेंगे जलनिगम कर्मी
वर्क एजेंट का अप्रैल के वेतन में कटौती किए जाने के विरोध में जलनिगम के कर्मचारी आंदोलन करेंगे। उप्र जलनिगम लाल झंडा मजदूर यूनियन के जनपद सचिव शिव बालक पांडेय ने बताया कि यदि 16 नवंबर तक काटे गए वेतन का भुगतान नहीं किया गया तो संगठन अनिश्चित कालीन आंदोलन शुरू करेगा। इसकी जिम्मेदारी अधिशासी अभियंता जल की होगी।