सुरक्षा पर सवाल, 76 विद्यालय बिना बाउंड्री वाल
परिषदीय विद्यालयों की शिक्षा व्यवस्था में व्यापक सुधार के लिए सरकार एक तरफ योजना बना रही है तो दूसरी तरफ उसका ध्यान खामियों पर नहीं जा रहा है। खेसरहा विकास खंड में 76 प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालय ऐसे हैं जिनमें सुरक्षा की दृष्टिगत बाउंड्री वाल तक नही
सिद्धार्थनगर : परिषदीय विद्यालयों की शिक्षा व्यवस्था में व्यापक सुधार के लिए सरकार एक तरफ योजना बना रही है, तो दूसरी तरफ उसका ध्यान खामियों पर नहीं जा रहा है। खेसरहा विकास खंड में 76 प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालय ऐसे हैं, जिनमें सुरक्षा की दृष्टिगत बाउंड्री वाल तक नहीं है।
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213 हैं परिषदीय विद्यालय
विकास खंड खेसरहा में वर्तमान में कुल विद्यालयों की संख्या 213 है। जिसमें प्राथमिक 149 व 64 पूर्व माध्यमिक विद्यालय स्थापित हैं। बाउंड्री मात्र 137 विद्यालयों में ही है। इस प्रकार 76 विद्यालय आज भी बाउंड्री विहीन है। जिन 137 विद्यालयों में बाउंड्री बनी भी है उनमें से एक दर्जन के या तो गेट गायब हो चुके हैं या फिर जगह -जगह धराशायी हो चुकी है।
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यहां हर वक्त असुरक्षित रहते बच्चे
बाउंड्री विहीन प्राथमिक विद्यालय गेंगटा में पढ़ने वाले छात्र हर वक्त असुरक्षित रहते हैं। इस विद्यालय के बगल ही एक विशालकाय तालाब है। हमेशा शिक्षकों का ध्यान बच्चों की तरफ ही रहता है। बरसात में यह निगरानी और भी बढ़ जाती है, क्योंकि पानी स्कूल के मुहाने तक आ जाता है। इसी प्रकार प्राथमिक विद्यालय छितौनी द्वितीय की भी स्थिति है। वर्ष 2012-13 में बने इस स्कूल की निर्माण के मात्र 3 वर्ष बाद ही बाउंड्री ध्वस्त हो गई। प्रधानाध्यापक अमरदीप पांडेय का कहना है कि इसके लिए दो वर्ष पूर्व ही पत्र विभाग को मैंने प्रेषित किया है पर अभी तक इस पर ध्यान नहीं गया।
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बाउंड्री निर्माण में खर्च होने वाले धन की मांग मैंने उच्चाधिकारियों से की थी। अभी तक न तो धन ही मिला और न ही कोई आदेश ही इसके निर्माण के संबन्ध में हमें मिला है ।
विजय आनंद
बीईओ, खेसरहा