कर्मयोगी व राष्ट्रभक्त थे मनोहर
महान कर्मयोगी और राष्ट्रभक्त थे मुख्यमंत्री व पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पर्रीकर। उनकी क्षतिपूर्ति नहीं की जा सकती है। यह बातें भाजपा नेता डॉ. चंद्रेश उपाध्याय ने श्री पर्रीकर के निधन के बाद वीपीएल हास्पिटल पर श्रद्धांजलि सभा में कहीं।
सिद्धार्थनगर: महान कर्मयोगी और राष्ट्रभक्त थे मुख्यमंत्री व पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पर्रीकर। उनकी क्षतिपूर्ति नहीं की जा सकती है। यह बातें भाजपा नेता डॉ. चंद्रेश उपाध्याय ने श्री पर्रीकर के निधन के बाद वीपीएल हास्पिटल पर श्रद्धांजलि सभा में कहीं। कहा कि एक उच्च शिक्षित इंजीनियर, व्यवसायी होने के बाद भी उन्होंने राजनीति के माध्यम से देश सेवा का मार्ग चुना। अपने प्रयासों से गोवा जैसे प्रांत में भाजपा को न सि़र्फ खड़ा किए बल्कि सरकार बनाने के बाद कई बार मुख्यमंत्री रहे। यह किसी भी राजनीतिक व्यक्ति के लिये अनुकरणीय है।रक्षा मंत्री के पद पर म्यांमार मे हुई सर्जिकल स्ट्राइक, वन रैंक वन पेंशन जैसे जटिल फैसलों को पूरी दृढ़ता और निडरता से लेने के लिये देश हमेशा याद रखेगा। अपने व्यक्तिगत जीवन मे वो बहुत सी दुखद घटनाओं से जूझ रहे थे। फिर भी अपने सार्वजनिक जीवन और कर्तव्यों पर इसका कोई भी प्रभाव नहीं पड़ने दिए। अंत समय तक भी वह अपने कर्तव्यों को निभाते रहे। वो सि़र्फ पार्टी नहीं बल्कि पूरे देशवासियों के लिये प्रेरणास्रोत रहेंगे। यह पूरे देश के लिये बहुत बड़ी अपूरणीय क्षति है। विकास यादव, सर्वेश यादव, हरिशचन्द्र, अरुण पाठक, अरुणेष कुमार, हरीराम, लव मोदनवाल उपस्थित रहे।