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Power Workers Strike: सिद्धार्थनगर में चौथे दिन भी बंद हैं 20 बिजली उपकेंद्र, 700 गांव अब भी अंधेरे में

Power Workers Strike In Siddharthnagar बिजलीकर्मियों के हड़ताल से पूरे जिले की बिजली व्यवस्था ध्वस्त है। चार दिन में महज जोगिया उपकेंद्र चालू हो पाया है। ऐसे में अभी भी 700 गांवों में बिजली आपूर्ति नहीं हो रही है।

By Jagran NewsEdited By: Pragati ChandPublished: Sun, 19 Mar 2023 12:52 PM (IST)Updated: Sun, 19 Mar 2023 12:52 PM (IST)
Power Workers Strike: सिद्धार्थनगर में चौथे दिन भी बंद हैं 20 बिजली उपकेंद्र, 700 गांव अब भी अंधेरे में
बिजली व्यवस्था ध्वस्त होने से नाराज लोगों ने जताई नाराजगी। -जागरण

सिद्धार्थनगर, जागरण संवाददाता। बिजली कटौती के चलते गांव से लेकर कस्बों तक लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बिजली के अभाव में मोटर न चलने से पानी की किल्लत हो रही है। बिजली से संचालित होने वाले कुटीर उद्योग भी प्रभावित हो रहे हैं। जिला प्रशासन ने चार दिनों से बंद 21 उपकेंद्र में महज जोगिया को चालू करा पाने में सफल हुआ है। अब तक 219 शिकायतें दर्ज कराई गईं हैं। इनमें से 150 शिकायतों का प्रशासन ने निस्तारण का दावा किया है। 700 गांव अब भी अंधेरे में है। पुरानी नौगढ़ में बिजली आपूर्ति ठप हो से नाराज लोगों ने रास्ता जाम कर दिया। मौके पर पहुंचे एसडीएम सदर डॉ. ललित कुमार मिश्रा ने लोगों को समझा-बुझाकर जाम समाप्त कराया।

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तीन दिनों से 235 गांवों की बिजली आपूर्ति ध्वस्त

बांसी उपकेंद्र के पथरा फीडर से जुड़े 235 गांवों की बिजली आपूर्ति तीन दिनों से ध्वस्त है। इसको लेकर शनिवार सुबह क्षेत्र के उपभोक्ताओं ने पथरा फीडर के सामने बांसी-डुमरियागंज मार्ग पर जाम लगा दिया। अधिकारियों के आश्वासन पर दो घंटे बाद जाम समाप्त हुआ। लोटन में भी उपभोक्ताओं ने बिजली न मिलने से नाराज होकर जाम लगाया। तहसीलदार सदर राम ऋषि रमन के शाम तक आपूर्ति बहाल कराने के आश्वासन पर आंदोलन समाप्त हुआ। पुरानी नौगढ़ में शनिवार की सुबह से ही बिजली नहीं थी।

पानी आदि की समस्या होने पर लोगों ने प्रशासनिक अधिकारियों को फोन करके आपूर्ति बहाल कराने का अनुरोध किया। इसके बावजूद देर शाम तक आपूर्ति बहाल नहीं हुई। रात में करीब नौ बजे से लोगों ने कस्बे में जाम लगा दिया। विद्युत अभियंताओं और कर्मचारियों की गुरुवार रात 10 बजे से शुरू हुई 72 घंटे की हड़ताल से पूरे जिले में बिजली व्यवस्था पटरी से उतर गई है। जिले में चौथे दिन 20 विद्युत उपकेंद्र बंद पड़े हैं। इससे 2.20 लाख से अधिक घरों को बिजली नहीं मिल रही है। बिजली न रहने से लोग जनरेटर के सहारे मोबाइल चार्ज कर रहे हैं। दुकानदार चार्जिंग के लिए प्रति मोबाइल सौ रुपये तक वसूला जा रहा है।

दो घंटे ठप रही बिजली आपूर्ति

शहर के कई मोहल्लो में शनिवार की रात बिजली की आपूर्ति दो घंटे से अधिक समय तक ठप रही। जेल में भी अंधेरा छाया रहा। जेल प्रशासन ने जनरेटल चलाकर किसी तरह काम चलाया। वन विभाग कालोनी, थरौली आदि मोहल्लो में बिजली आपूर्ति बाधित रही।

यह उपकेंद्र हो चुके हैं बंद

जो उपकेंद्र ब्रेक डाउन में चले गए हैं उनमें ढेबरूआ, बढ़नी, बोहली, तिलगड़िया, इटवा ग्रामीण, पचमोहनी, गुलहरा, बलुआ, भनवापुर, इटवा तहसील फीडर, बेलवा, बर्डपुर, ककरहवा, पोखरभिटवां,लोटन, शोहरतगढ़ ग्रामीण व तहसील,डुमरियागंज व तहसील, खानतारा, तरहर,खुनियावं आदि उपकेंद्र शामिल है।

क्या कहते हैं अधिकारी

डीएम संजीव रंजन ने बताया कि फाल्ट ठीक कराने के लिए टीम युद्वस्तर पर जुटी हुई है। जोगिया उपकेंद्र को शनिवार का चालू कराया जा चुका है। अन्य उपकेंद्रों पर काम चल रहा है। जल्द ही सभी स्थानों पर बिजली आपूर्ति बहाल करा दी जाएगी।


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