साइफन जाम होने से पांच गांवों की डूबी धान की फसल
सरयू नहर खंड प्रथम की लापरवाही से मिठवल ब्लाक के गांव महोखवा कपियवा शुक्ल सोनखर सहित पांच गांव के किसान खून की आंसू रो रहे हैं। इनके धान के खेत सरयू नहर के पानी में से डूब गए है। लोगों ने अविलंब नहर बंद करने की गुहार भी लगाई तो विभाग ने ध्यान नहीं दिया।
सिद्धार्थनगर : सरयू नहर खंड प्रथम की लापरवाही से मिठवल ब्लाक के गांव महोखवा, कपियवा शुक्ल, सोनखर सहित पांच गांव के किसान खून की आंसू रो रहे हैं। इनके धान के खेत सरयू नहर के पानी में से डूब गए है। लोगों ने अविलंब नहर बंद करने की गुहार भी लगाई तो विभाग ने ध्यान नहीं दिया।
मिठवल रजवाहा से तीन किमी दूर महोखवा गांव के पास विभाग ने साईफन का निर्माण कराया है। जो वर्तमान में जाम है। बुधवार को अचानक नहर में पानी बढ़ने से पांच गांवों के सिवान में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। पूर्व में जब नहर ओवर फ्लो होती थी तो इसी साइफन के रास्ते नहर का पानी निकल जाया करता था। पर अब इसके जाम होने से पांच गांवों के सिवान पानी से लबालब हो गए हैं।
.. इनकी डूबी फसलें
नरेंद्रनाथ शुक्ल का 16 बीघा , ओम प्रकाश दूबे की 15 बीघा, राम केश सोनकर का आठ बीघा , शुभम पांडे का सात बीघा, भारत शुक्ला का 10 बीघा, अनिल कुमार 10 बीघा, लखपत भटौली का एक बीघा, लाल बहादुर का दो बीघा, राकेश का दो बीघा, राजेश का पांच बीघा, रामदीन तीन बीघा सहित कुल एक हजार बीघा फसल का नुकसान बताया जा रहा है।
जेई गोपाल चौहान ने कहा कि हमें जल्द ही चार्ज मिला है। कहां क्या समस्या है इससे मैं अवगत नहीं हो पाया हूं। इस समस्या से अवगत हुआ तो नहर हमने जीरो करा दिया है। पर यह सिर्फ एक या दो दिन ही हो पाएगा। फिर नहर चलानी ही पडे़गी। साइफन साफ होने के बाद ही स्थाई निदान हो पाएगा।