कोहरा और बर्फीली हवाओं से जनमानस ठिठुरा
घने कोहरे के बीच बर्फीली हवाएं जनमानस को कंपकपी छुड़ा रही है। रात हो या सुबह कोहरे का का प्रकोप जारी रहता है। शनिवार शाम होते ही ऐसा कोहरा गिरना शुरू हुआ जिसको देख हर किसी की जुबान पर यही वाक्य निकला कि उफ ऐस कोहरा तो इस वर्ष अभी तक नहीं देखा।
सिद्धार्थनगर : कोहरा और बर्फीली हवाओं से जनमानस ठिठुर गया है। शनिवार की रात और सुबह 10 बजे तक जबरदस्त कोहरा रहा। दिन भर बादल छाए रहे, सूर्य के दर्शन नहीं हुए। रविवार को अधिकतम तापमान 20 तो न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस रहा। सोमवार को अधिकतम तापमान 20 व न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है। मौसम विशेषज्ञ सूर्य प्रकाश सिंह के अनुसार अभी ठंड का प्रकोप जारी रहेगा। दिन भर लोग घरों में दुबके रहे। वाहनों का आवागमन भी कम रहा। दोपहर बाद तक दुकानदार ग्राहक के इंतजार में बैठे रहे। कोहरा के बीच जो लोग सड़क पर निकले, उनके 50 किमी का सफर ढाई से तीन घंटे में पूरा हुआ।
घने कोहरे के बीच बर्फीली हवाएं जनमानस को कंपकपी छुड़ा रही है। रात हो या सुबह, कोहरे का का प्रकोप जारी रहता है। शनिवार शाम होते ही ऐसा कोहरा गिरना शुरू हुआ, जिसको देख हर किसी की जुबान पर यही वाक्य निकला, कि उफ ऐस कोहरा तो इस वर्ष अभी तक नहीं देखा। सबसे बुरी स्थिति दिहाड़ी मजदूरों की रही। जो सुबह-सुबह काम की तलाश में चौराहे पर आए जरूर, मगर अधिकांश को निराश होकर वापस लौटना पड़ा। इटवा चौराहे पर काम की तलाश में बैठे मजदूरों में राम सेवक, बाबू राम, बाबुल्लाह, राम कुबेर ने बताया कि तीन दिन से आ रहे हैं, काम नहीं मिल रहा है। 10 बजे तक प्रतीक्षा करते हैं, फिर वापस लौट जाते हैं। अगेती फसल प्राप्त करने के लिए करें बोआई
मौसम को देखते हुए कृषि विज्ञान केंद्र सोहना के वैज्ञानिक डा. प्रदीप कुमार ने किसानों के लिए सलाह जारी की है। कहा है कि कद्दू वर्गीय सब्जी जैसे खीरा, ककड़ी, करेला, खरबूज, तरबूज की बुआई के लिए यह समय उपयुक्त है। अगेती फसल के लिए बीज की बोआई करने को कहा गया है। राई-सरसों में दाना भरने की अवस्था में दूसरी सिचाई की जाए। पालक, मेथी, धनिया तैयार पत्तियों की कटाई करके बाजार में भेजने की व्यवस्था करें। टमाटर की ग्रीष्मकालीन फसल के रोपाई करने के सुझाव दिए हैं।