लापरवाही उजागर, हटाए गए फार्मासिस्ट व एलटी
जिला अस्पताल में इलाज में देरी से रामू की हुई मौत के मामले को शासन ने गंभीरता से लेते हुए जिला अस्पताल में तैनात फार्मासिस्ट व एलटी के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनका स्थानान्तरण गोंडा जनपद में कर दिया है। समय से इलाज की सुविधा नहीं मिलने के कारण पीड़ित की जिला अस्पताल पहुंचने के दो घंटे के भीतर ही मौत हो गई थी।
सिद्धार्थनगर: जिला अस्पताल में इलाज में देरी से रामू की हुई मौत के मामले को शासन ने गंभीरता से लेते हुए जिला अस्पताल में तैनात फार्मासिस्ट व एलटी के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनका स्थानान्तरण गोंडा जनपद में कर दिया है। समय से इलाज की सुविधा नहीं मिलने के कारण पीड़ित की जिला अस्पताल पहुंचने के दो घंटे के भीतर ही मौत हो गई थी।
डुमरियागंज के रीवा गांव निवासी निवास रामू आठ मई को सर्दी, खांसी, बुखार से पीड़ित होकर इलाज के लिए जिला अस्पताल पहुंचा था। यहां पर उसे भर्ती नहीं किया जा रहा था। काफी हंगामे के बाद उसे भर्ती तो किया गया, लेकिन इलाज के दौरान ही उसकी मौत हो गई। जब उसकी जांच कराई गई तो वह कोरोना पॉजिटिव निकला। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े सामाजिक कार्यकर्ता राजन द्विवेदी ने मामले को लेकर धरना प्रदर्शन भी किया। मामले को गंभीरता से लेते हुए शासन ने जिम्मेदार चीफ फार्मासिस्ट बी नरायन व प्रयोगशाला प्राविधिक विनोद शुक्ला को जिला अस्पताल से हटाते हुए गोण्डा जनपद में स्थानान्तरित कर दिया गया है। साथ ही मामले की जांच अपर निदेशक बस्ती मंडल को दिया है।