देश के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण है नई शिक्षा नीति
विद्या भारती गोरक्ष प्रांत द्वारा शहर के रघुवर प्रसाद जायसवाल सरस्वती शिशु मंदिर इंटर कॉलेज में शनिवार को नई शिक्षा नीति को गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस विषय पर प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जाएगा। जिसमें विभिन्न वर्ग के छात्रों के साथ ही आम नागरिकों को भी शामिल किया जाएगा।
सिद्धार्थनगर: विद्या भारती गोरक्ष प्रांत द्वारा शहर के रघुवर प्रसाद जायसवाल सरस्वती शिशु मंदिर इंटर कॉलेज में शनिवार को नई शिक्षा नीति को गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस विषय पर प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जाएगा। जिसमें विभिन्न वर्ग के छात्रों के साथ ही आम नागरिकों को भी शामिल किया जाएगा।
गोरक्ष प्रांत के संयोजक डॉ रामनाथ गुप्ता ने कहा ने बताया कि 1947 में देश स्वतंत्र हुआ 1986 में नई शिक्षा नीति का निर्माण किया गया जो समय के अनुरूप तो था वैज्ञानिकता व
भौतिकवाद का ध्यान तो रखा गया लेकिन जो संस्कार व संस्कृति भारतीय शिक्षा की थाती थी उसमें काफी कटौती की गई। परिस्थितियां बदली समय के अनुरूप अतीत के
अनुभवों से सीखकर ,वर्तमान की चुनौतियों को समझकर, भविष्य की आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर इसको तैयार किया गया है इस नई शिक्षा नीति से अमूलचूल परिवर्तन
की संभावनाएं दिखाई देती है सरकार द्वारा राष्ट्रीय हित में किए गए इस प्रयास के लिए उन सभी का अभिनंदन है जिन्होंने इसकी रचना में अपना किसी प्रकार का योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 समाज का विषय बने, समाज में जागरूकता पैदा हो इस उद्देश्य को लेकर यह कार्यक्रम चलाया गया है। प्रांत शिशु शिक्षा समिति
के प्रदेश निरीक्षक कमलेश कुमार सिंह प्रधानाचार्य राकेश मणि त्रिपाठी प्रबंधक मुरलीधर अग्रहरी, हरे कृष्ण सिंह, कृष्णा देव पांडेय, गोविद सिंह ,
निमिष शुक्ला, सरिता श्रीवास्तव, गीता जासवाल, उमा पांडेय, रवि मिश्र, कोमल यादव, ज्ञान प्रकाश श्रीवास्तव, प्रेम नारायण त्रिपाठी, प्रवीण
कुमार मिश्र, आनंद कुमार सिंह है अनुराधा सिंह, सत्येंद्र श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।