अब लौटने लगी कृष्णानगर की रौनक
नेपाल के कृष्णानगर की हालात में सोमवार को सुधार दिखा। बाजार खुल गए। ग्राहकों की चहल-पहल कम रही। व्यापारियों ने भी आपसी मतभेद भूल कर व्यवसाय में लगने का संदेश दिया। धीरे-धीरे रौनक लौटने लगी।
सिद्धार्थनगर : नेपाल के कृष्णानगर की हालात में सोमवार को सुधार दिखा। बाजार खुल गए। ग्राहकों की चहल-पहल कम रही। व्यापारियों ने भी आपसी मतभेद भूल कर व्यवसाय में लगने का संदेश दिया। धीरे-धीरे रौनक लौटने लगी।
बाजार में रौकन की वापसी के लिए नेपाल के सांसद अभिषेक पाल और मेयर कृष्णा नगर रजत प्रताप शाह ने व्यापारियों से मिलकर शांति पूर्वक प्रतिष्ठान खोलने के लिए अनुरोध किया था। जिसका असर रहा कि बाजार में चहल-पहल शुरू हो गई। बुधवार को कृष्णानगर में लक्ष्मी प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुए बवाल के बाद कर्फ्यू लगा दिया गया था। कर्फ्यू में एक युवक की मौत हो गई थी। तनाव को देखते हुए नेपाल प्रशासन ने दूसरे दिन भी कर्फ्यू जारी रखा। तीसरे दिन कर्फ्यू हटा लिया गया। पैदल व बाइक से आने जाने की छूट दी गई। शाम को बवाल के मुख्य आरोपित को पुलिस ने गिरफ्तार किया। इससे लोगों की नाराजगी कम हुई। चौथे दिन रविवार को चार पहिया व बड़े वाहनों के लिए नेपाल भंसार (नेपाल कस्टम) आफिस खुल गया। वहीं कुछ ही दुकानें खुली थी। पांचवें दिन स्थिति सामान्य रही। दोनों तरफ से बड़े वाहनों की आवाजाही हुई। बाजार खुल गए। लोगों ने रोजमर्रा के सामानों की खरीदारी की। उपाध्यक्ष उद्योग वाणिज्य संघ रवींद्र कुमार गुप्ता, अध्यक्ष नेपाल-भारत मैत्री संघ सुशील श्रीवास्तव, पूर्व उपाध्यक्ष राधे बाबू आदि व्यापारियों ने कहा कि कुछ अराजकतत्वों ने सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने का प्रयास किया था। अब लोगों को इन तत्वों से सचेत रहना होगा।