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एससी-एसटी एक्ट की ¨नदा, पीएम व राष्ट्रपति को ज्ञापन

भारतीय किसान यूनियन(लोकशक्ति) द्वारा एससीएसटी एक्ट पर कड़ा विरोध जताया गया है। सदस्यों ने इसकी कड़े शब्दों में ¨नदा करते हुए विधेयक को वापस लेने अथवा संशोधित विधयेक पारित करने की मांग की।

By JagranEdited By: Published: Wed, 19 Sep 2018 10:38 PM (IST)Updated: Wed, 19 Sep 2018 10:38 PM (IST)
एससी-एसटी एक्ट की ¨नदा, पीएम व राष्ट्रपति को ज्ञापन

सिद्धार्थनगर : भारतीय किसान यूनियन(लोकशक्ति) द्वारा एससीएसटी एक्ट पर कड़ा विरोध जताया गया है। सदस्यों ने इसकी कड़े शब्दों में ¨नदा करते हुए विधेयक को वापस लेने अथवा संशोधित विधयेक पारित करने की मांग की। उपजिलाधिकारी के माध्यम से पांच ¨बदुओं पर ज्ञापन प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति को भेजे हुए मांगों को पूरा करने की मांग की गई। चेतावनी भी दी गई कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं की गई तो आंदोलन ही एक मात्र रास्ता होगा।

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तहसील अध्यक्ष मो. हाशिम की अगुवाई में अख्तर मलिक, महंथ गिरजेश दास, अनवर अली, मुन्ना हाजी, सहजराम, राजाराम यादव, मो. हई, बाबुल्लाह, अब्दुर्रहमान, बरसाती, अनवर हुसैन, अब्दुल माजिद आदि सदस्य एसडीएम कार्यालय गए और उपजिलाधिकारी राजेन्द्र प्रसाद को मांगों से संबंधित ज्ञापन सौंपा। इसमें एससी/एसटी एक्ट का वापस लेने अथवा संशोधित विधयेक पारित करने की मांग मुख्य रही। इसके अलावा हर जातियों के गरीबों को दलितों की श्रेणी में रखते हुए लाभ देने, किसान हितों को देखते हुए डा.स्वामी नाथन रिपोर्ट तत्काल प्रभाव से लागू करने, एससी/एसटी एक्ट की तर्ज पर किसान एक्ट बनाने की मांगें भी ज्ञापन में शामिल रहीं। मो. हाशिम व अख्तर मलिक ने संयुक्त रूप से कहा कि सरकार द्वारा अगर उनकी मांगों नहीं मानी गई तो फिर संगठन वृहद रूप से संघर्ष का रास्ता अख्तियार करने पर विवश होगा, जिसकी सारी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन पर होगी।


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