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इंडो-नेपाल सीमा पर 154 बीओपी बनाने का रास्ता साफ

सिद्धार्थनगर : भारत-नेपाल सीमा पर 560 किलोमीटर के दायरे में 154 बार्डरआउट पोस्ट बनेंगे। इसके लिए गृह मंत्रालय से रास्ता साफ हो गया है। यह योजना तो पुरानी है, लेकिन सरकार को अब याद आई

By JagranEdited By: Published: Wed, 07 Nov 2018 07:22 PM (IST)Updated: Wed, 07 Nov 2018 07:22 PM (IST)
इंडो-नेपाल सीमा पर 154 बीओपी बनाने का रास्ता साफ
इंडो-नेपाल सीमा पर 154 बीओपी बनाने का रास्ता साफ

सिद्धार्थनगर :

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भारत-नेपाल सीमा पर 560 किलोमीटर के दायरे में 154 बार्डरआउट पोस्ट बनेंगे। इसके लिए गृह मंत्रालय से रास्ता साफ हो गया है। यह योजना तो पुरानी है, लेकिन सरकार को अब याद आई है। पोस्ट के लिए जमीन अधिग्रहण के लिए 29 करोड़ रुपया प्रदेश सरकार को खर्च करने हैं। प्रमुख सचिव ने जिलाधिकारी खीरी, बहराइच, महराजगंज, सिद्धार्थनगर को पत्र लिखकर भूमि उपलब्ध कराने को कहा है।

भारत-नेपाल के सीमावर्ती जनपद महराजगंज, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर, लखीमपुर खीरी, बहराइच और श्रावस्ती के सभी जिलाधिकारियों को पत्र लिखकर उत्तर प्रदेश सरकार के प्रमुख सचिव नियोजन मनोज वर्मा ने कहा है कि गृह मंत्रालय के निर्देशानुसार बार्डर आउटपोस्टों की स्थापना के लिए भूमि अर्जन से संबंधित कार्रवाई कराकर अवगत कराया जाए। बता दें कि कुछ जगहों पर एसएसबी की चौकियां पहले से स्थापित हैं, लेकिन अधिकांश के लिए भूमि का आवंटन नहीं हो पा रहा था। बजट की भी किल्लत थी। जिसके चलते गृह मंत्रालय ने इसका संज्ञान लिया है। भारत-नेपाल सीमा का खुला क्षेत्र होने के कारण इधर से आतंकी प्रवेश करते रहे हैं। मानव और चरस तस्करी के मामले आए दिन पकड़े जाते रहे हैं।

यहां होने हैं स्थापित

भारत नेपाल के 560 किमी में 154 बीओपी स्थापित होना है। इसमें से सिद्धार्थनगर में सर्वाधिक बीओपी स्थापित होने हैं। वह निम्नवत हैं

- सेमरथवा

- नरकुल

- बानगंगा

- खुनवा

- पोखरभिटवा

- कपिसहवा

- चरिगांव

- लीलाडिहवा

- भुसौला

- ¨झगटी

- ठोठरी बाजार

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भारत-नेपाल के खुला क्षेत्रों में एसएसबी की चौकियां स्थापित करने के लिए शासन से निर्देश मिले हैं। कुछ जगहों पर भूमि अधिग्रहण की कार्रवाई होनी है। इसके लिए बजट भी आ चुका है।

डा. धर्मवीर ¨सह

पुलिस अधीक्षक, सिद्धार्थनगर


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