राज्यपाल ने किया स्तूप पूजन, गनवरिया का जाना इतिहास
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने शनिवार को कपिलवस्तु स्तूप का पूजन किया। इसके बाद शाक्य वंश का गनवरिया स्थित राजप्रसाद (राजमहल) को देखा। 600 ईसा पूर्व के इतिहास को जानने की जिज्ञासा उनमें दिखी। उस समय की सभ्यता को देख आश्चर्यचकित रहीं।
सिद्धार्थनगर : राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने शनिवार को कपिलवस्तु स्तूप का पूजन किया। इसके बाद शाक्य वंश का गनवरिया स्थित राजप्रसाद (राजमहल) को देखा। 600 ईसा पूर्व के इतिहास को जानने की जिज्ञासा उनमें दिखी। उस समय की सभ्यता को देख आश्चर्यचकित रहीं। राजप्रसाद के बीच में मिले कुआं व जलनिकासी के लिए बनी नालियों के संबंध में कई प्रश्न किए।
राज्यपाल आनंदी बेन पटेल को पुरातत्वविद् डा. केडी शर्मा ने बताया कि गौतम बुद्ध के पिता राजा शुद्दोधन की राजधानी गनवरिया में रही। इसमें एक कमरा मध्य में हैं। इसी कमरे में राजा शुद्दोधन निवास करते थे। जहां से नाली भी निकली हैं। कुआं के बगल में बने कमरे के संबंध बताया कि यह रसोईघर रहा। प्रत्येक कमरों से नाली निकली है। राज्यपाल ने निर्देशित किया कि गेट पर लगे बोर्ड को और अच्छा बनाया जाए। जिससे पर्यटक आकर्षित होंगे। कपिलवस्तु विधायक श्यामधनी राही, डीएम दीपक मीणा, एसपी डा. यशवीर सिंह, एसडीएम सदर विकास कश्यप, सीओ सदर प्रदीप कुमार यादव आदि मौजूद रहे। बच्चों को भेंट की पौराणिक कहानियों की किताबें सिद्धार्थनगर : राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने प्राथमिक विद्यालय महदेवा कुर्मी में मां सरस्वती का पूजन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कक्षा में पढ़ रहे बच्चों से बात किया। पांच बच्चों को ज्ञानवर्धक पुस्तक भेंट की। इनमें बालकों की बोलचाल, गुरु और माता-पिता के भक्त बालक, पौराणिक कहानियां, परलोक और पुनर्जन्म की सत्य कथाएं, आध्यात्मिक कहानियां, सच्चे और ईमानदार बालक, एक लोटा पानी, बालकों की बातें आदि शामिल रहीं। पुस्तक पाने वाले छात्रों में कक्षा पांच की गीता यादव, रैयान, अंशू गौड़, कक्षा चार की गुड़िया यादव दुर्गेश वर्मा रहे। इसके बाद राजभवन की ओर से उपलब्ध दस तथा जिले के उद्योगपति अनूप छापड़िया, घनश्याम जायसवाल, सोहराब, अनिल कुमार जायसवाल, अजय कुमार, अभिषेक सिंह, रामनरेश जायसवाल, अशोक अग्रवाल से मिले दस समेत कुल 20 प्री स्कूल किट आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रदान किया। सहयोग करने वाले उद्योगपतियों को प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया।