कांटा न ही अन्य कोई व्यवस्था, कैसे शुरू हो गेहूं खरीद
पहली अप्रैल को सरकारी क्रय केंद्रों पर गेहूं की तौल शुरू की जानी थी। आधा महीना आज बीत गया खरीद प्रारंभ होने की बात कौन करे अभी तक केंद्र सक्रिय तक नहीं किए गए हैं। ताला लटक रहे केंद्र पर न तो कांटा लगा है और न अन्य कोई व्यवस्था। ऐसे में तौल कैसे शुरू होगा इसका जवाब विभागीय जिम्मेदार ही दे सकते हैं
सिद्धार्थनगर : पहली अप्रैल को सरकारी क्रय केंद्रों पर गेहूं की तौल शुरू की जानी थी। आधा महीना आज बीत गया, खरीद प्रारंभ होने की बात कौन करे, अभी तक केंद्र सक्रिय तक नहीं किए गए हैं। ताला लटक रहे केंद्र पर न तो कांटा लगा है और न अन्य कोई व्यवस्था। ऐसे में तौल कैसे शुरू होगा, इसका जवाब, विभागीय जिम्मेदार ही दे सकते हैं।
क्षेत्र के ग्राम सहिजवार स्थित सघन सहकारी समिति हटवा के नाम से स्थापित क्रय केंद्र की स्थिति बदहाल है। यहां का भवन अपनी बेबसी पर आंसू बहा रहा है। कहने को तो यह क्रय केंद्र है, मगर केंद्र के सामने बालू का ढेर लगा है। मतलब अगर कोई किसान ट्रैक्टर-ट्राली से गेहूं तौल के लिए लाए, तो केंद्र तक पहुंचना मुश्किल हो जाएगा। यहां बैनर, कांटा न ही पानी की कोई व्यवस्था। अव्यस्थाओं के बीच खरीद कैसे शुरू होगी, कह पाना मुश्किल है। यही नहीं केंद्र प्रभारी, एक केंद्र का संचालन शुरू करा नहीं पा रहे हैं, जबकि इनको तीन-तीन केंद्रों की जिम्मेदारी सौंपी गई है। फिलहाल गेहूं खरीद व्यवस्था ठप है, जबकि जिम्मेदार इस दिशा में उदासीन बने हुए हैं। सहायक आयुक्त/ सहायक निबन्धक सहकारिता हरि प्रसाद का कहना है, यदि खरीद की स्थिति खराब है, तो इसकी जांच कराई जाएगी। वैसे आज ही केंद्र प्रभारियों की बैठक बुलाई गई है, सभी को खरीद में तेजी लाने हेतु निर्देशित किया जाएगा।