गैस रिफि¨लग कारोबार पर कौन लगाए अंकुश
मुख्य भारत भारी चौराहों समेत आसपास के करीब आधा दर्जन स्थानों पर रसोई गैस की अवैध रिफि¨लग का धंधा जोरों पर है। इस कारोबार से जुड़े लोग नियम कानून ताख पर रखकर मोटी कमाई के चक्कर उक्त धंधा चमकाए हुए हैं, बावजूद इसके आपूर्ति विभाग व प्रशासन इनके खिलाफ कोई भी कार्रवाई नहीं कर पा रहा है
सिद्धार्थनगर : मुख्य भारत भारी चौराहों समेत आसपास के करीब आधा दर्जन स्थानों पर रसोई गैस की अवैध रिफि¨लग का धंधा जोरों पर है। इस कारोबार से जुड़े लोग नियम कानून ताख पर रखकर मोटी कमाई के चक्कर उक्त धंधा चमकाए हुए हैं, बावजूद इसके आपूर्ति विभाग व प्रशासन इनके खिलाफ कोई भी कार्रवाई नहीं कर पा रहा है।
घरेलू रसोई गैस सिलेंडर से छोटे सिलेंडर में गैस पलटने का कारोबार प्रतिबंधित है। परंतु तहसील क्षेत्र में यह धंधा खूब फल फूल रहा है। भारतभारी, सोनहटी, बैदौला, कोनकटी आदि जगहों पर यह अवैध कारोबार चल रहा है। बड़े सिलेंडर से छोटे सिलेंडर में गैस पलटने का धंधा मोटी कमाई का जरिया बना हुआ है। कारोबारी एक रसोई गैस सिलेंडर से करीब पांच सौ रुपए अतिरिक्त मुनाफा कमाते हैं। ऐसे लोग बड़ा रसोई गैस सेलेंडर लेते हैं और फिर अपनी दुकान के अंदर रिफि¨लग करते हैं। रिफि¨लग का धंधा काफी खतरनाक भी माना जाता है और इससे दुर्घटनाएं भी होने की आशंका बनी रहती है, लेकिन इससे जुड़े कारोबारी जरा भी परहेज नहीं कर रहे हैं। चूंकि विभाग अथवा प्रशासन द्वारा कोई जांच अभियान नहीं चलाया जाता है, इसलिए ऐसे कारोबार पर अंकुश नहीं लग पा रहा है और धंधा बिना किसी रोक टोक आगे बढ़ रहा है।
अजय कुमार श्रीवास्तव व अमर ने कहा कि गैस रिफ¨लग का धंधा कभी भी किसी बड़े हादसे की वजह बन सकता है। इश्तियाक, अबरार, यूसुफ, सुरेन्द्र कुमार, पटेश्वरी का कहना है कि आपूर्ति विभाग व प्रशासन अगर सख्त हो जाए और समय-समय पर जांच अभियान चला दे, तो ऐसे कारोबार पर काफी हद तक अंकुश लग जाएगा।