फर्जी शिक्षकों पर महकमा हुआ सख्त
बीएसए ने दिया मुकदमा दर्ज कराने का निर्देश
सिद्धार्थनगर : दूसरे के शैक्षिक प्रमाणपत्रों पर नौकरी करने वाले एक व्यक्ति के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने का आदेश देकर नवागत बीएसए राम ¨सह ने फर्जीवाड़ा के खिलाफ विभाग की मंशा स्पष्ट कर दिया है। शुक्रवार को बीएसए ने शोहरतगढ़ के खंड शिक्षा अधिकारी रमेश कुमार मौर्य को निर्देश दिया है कि एक दिन पूर्व उपजिलाधिकारी शोहरतगढ़ ने गोरखपुर जनपद के बेलघाट गांव निवासी अमित कुमार पुत्र राम हरी को शोहरतगढ़ में चंद्रप्रकाश के नाम से शिक्षक की नौकरी करते हुए ¨चहित किया है।
उक्त व्यक्ति ने दूसरे के शैक्षिक प्रमाणपत्रों पर नौकरी हथियाई है। बीएसए ने बीइओ को नजदीकी थाना में सम्बंधित के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा पंजीकृत करने का निर्देश दिया है। बेसिक शिक्षा विभाग में पहले भी फर्जीवाड़ा के मामले प्रकाश में आ चुके हैं परंतु विभाग की सुस्ती के चलते ऐसे लोग नौकरी से बेदखल तो कर दिए जाते हैं परंतु उनपर कानूनी शिकंजा नहीं कस पाता है। विभागीय सूत्रों की माने तो जनपद में इस समय भी 68 शिक्षक फर्जी हैं। सूत्रों के अनुसार फर्जीवाड़ा दो तरह के होते हैं। कुछ लोग दूसरे व्यक्तियों के शैक्षिक प्रमाणपत्र का डुप्लीकेट बनवाकर नौकरी हासिल कर लेते हैं। इनके प्रमाणपत्रों के सत्यापन में कोई विशेष अड़चन नहीं आती। यदि इनका पुलिस वेरिफिकेशन कराया जाए तभी असलियत सामने आ सकता है। दूसरे तरह के फर्जीवाड़े में लोग फर्जी शैक्षिक प्रमाणपत्र तैयार करवाते हैं। ऐसे लोग बेसिक शिक्षा विभाग के बाबूओं से लेकर बोर्ड तक से¨टग कर सत्यापन करा लेते हैं। कुल मिलाकर विभाग यदि सख्त रवैया अपना ले तो फर्जीवाड़ा की कलई खुल सकती है। 2015 में हुई गणित/विज्ञान शिक्षकों की भर्ती में एक दर्जन शिक्षकों पर फर्जी प्रमाणपत्रों के आधार पर नौकरी हथियाने का आरोप है। ऐसी चर्चा है कि तत्कालीन बीएसए के सख्ती के चलते से¨टग न हो पाने से कई लम्बे समय से फरार चल रहे हैं तो कई अभी भी उम्मीद बांधकर जनपद में जमे हुए हैं। यही हाल अन्य भर्तियों का भी है। बीएसए ने बताया कि अभी उन्होंनें एक माह पूर्व ही कार्यभार ग्रहण किया है। संदिग्ध शिक्षकों के शैक्षणिक प्रमाणपत्रों का सत्यापन वह आधिकारिक रूप से करा रहे हैं। किसी भी फर्जी शिक्षक को बक्शा नहीं जाएगा।