यूरिया का संकट बरकरार, किसान परेशान
भनवापुर विकास खंड क्षेत्र स्थित साधन सहकारी समितियों पर खाद उपलब्ध नहीं है। किसान समितियों का चक्कर मार रहे हैं, जहां उन्हें निराशा हाथ लग रही है। खेतों में यूरिया की मांग बढ़ गई है, ऐसे में किसान प्राइवेट दुकानों की तरफ अपना रुख कर रहे हैं, जहां पर दुकानदार मनमाने दाम पर खाद बेच रहे
सिद्धार्थनगर :
भनवापुर विकास खंड क्षेत्र स्थित साधन सहकारी समितियों पर खाद उपलब्ध नहीं है। किसान समितियों का चक्कर मार रहे हैं, जहां उन्हें निराशा हाथ लग रही है। खेतों में यूरिया की मांग बढ़ गई है, ऐसे में किसान प्राइवेट दुकानों की तरफ अपना रुख कर रहे हैं, जहां पर दुकानदार मनमाने दाम पर खाद बेच रहे हैं।
इधर एक पखवारा से यूरिया की किल्लत बढ़ती ही जा रही है। शाहपुर, हटवा, धनोहरी, रंगड़गंज आदि स्थानों पर संचालित सहकारी समितियों पर कई दिनों से खाद नहीं आ सकी है। प्राइवेट में जिन दुकानों पर खाद उपलब्ध है, वहां प्रति बोरी के लिए 299 रुपये की बजाय 350-400 रुपये लिए जा रहे हैं। यह हाल तब है जब केंद्र और प्रदेश सरकार किसानों की आय बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है।
किसानों में अर्जुन चौधरी व अक्षयबर का कहना है, कि समितियों पर यूरिया नहीं है। बाजार में यूरिया के दाम 400 रुपये तक वसूले जा रहे हैं। साधुशरण व लक्ष्मण चौधरी के अनुसार पिछले एक पखवारे से खाद के लिए सोसाइटी का चक्कर काट रहे है, पर अभी तक खाद नहीं मिली । चौखड़ा, मन्नीजोत, पेड़रिया, देवरिया चमन, भड़रिया, मन्नीजोत, बुढ़ऊ, सोहना, भनवापुर आदि चौराहों पर दुकानदार यूरिया की कालाबाजारी कर रहे हैं। जिनकी कोई जांच नहीं की जा रही है।
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वैसे तो पूरे मंडल में खाद की कमी है। इधर सिद्धार्थनगर को एक हजार मीट्रिक टन खाद प्राप्त हुई है, जो एक-दो दिन में समितियों को मांग के अनुरूप उपलब्ध करा दिया जाएगा। जहां तक कालाबाजारी की बात है, तो तुरंत टीम भेजकर जांच कराते हैं, पकड़े जाने पर कार्रवाई की जाएगी।
सी पी ¨सह,
जिला कृषि अधिकारी