पूर्व नपा अध्यक्ष सहित पांच पर हत्या के प्रयास का मुकदमा
जमीनी विवाद को लेकर नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष रहे ध्रुव चन्द्र जायसवाल व उनकी पत्नी संध्या जायसवाल सहित पांच लोगों पर कोतवाली पुलिस ने हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज किया है। पूर्व अध्यक्ष के सगे भतीजे द्वारा दी गई तहरीर पर रविवार देर रात दर्ज हुए मुकदमे के बाद से पुलिस आरोपितों की तलाश में जुट गई है।
सिद्धार्थनगर : जमीनी विवाद को लेकर नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष रहे ध्रुव चन्द्र जायसवाल व उनकी पत्नी संध्या जायसवाल सहित पांच लोगों पर कोतवाली पुलिस ने हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज किया है। पूर्व अध्यक्ष के सगे भतीजे द्वारा दी गई तहरीर पर रविवार देर रात दर्ज हुए मुकदमे के बाद से पुलिस आरोपितों की तलाश में जुट गई है।
ध्रुव चन्द्र व इनकी पत्नी संध्या जायसवाल एक एक टर्म नपाध्यक्ष रहे। इनका इनके सगे भतीजे सोनू जायसवाल उर्फ विष्णु कुमार से रोडवेज पर स्थित मकान को लेकर विवाद चला आ रहा है। तहरीर के मुताबिक बीते 17 अगस्त की शाम चार बजे सोनू पुत्र कृष्णा जायसवाल अपने राप्ती नगर वार्ड स्थित गोदाम पर जा रहा था। वह पंतनगर वार्ड स्थित ईंटेन स्कूल की गली से गुजर रहा था। ध्रुव चन्द्र सहित महेश चंद्र, शुभम सिंह, रीना जायसवाल व संध्या जायसवाल ने मोटर साइकिल सहित उसे रोक लिया और गाली गुप्ता देते हुए अपने साथी शुभम सिंह से मारने को कहा जिसपर शुभम सिंह ने तमंचा निकाल सोनू के कनपटी पर सटा दिया। इससे घबराए सोनू ने तेज से आवाज लगाई और मोटर साइकिल लेकर भागा। इसपर तमंचे से फायर भी आरोपितों ने किया पर गोली बगल से निकल गई। इस घटना से सोनू जो कि हार्ट व ब्लेड प्रेशर का मरीज है घबरा गया और बीमार पड़ गया। प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों द्वारा उसे गोरखपुर रेफर किया गया। ठीक होने के बाद आप बीती पुलिस को बताते हुए शनिवार को घटना की तहरीर दिया।
हमारे परिवार में जमीनी विवाद पहले से चल रहा है। इस तरह की कोई न तो घटना हुई है और न ही मेरे भतीजे द्वारा दी गई तहरीर में कुछ सच्चाई ही है। मेरे नाम की प्रॉपर्टी को हड़पने के लिए वह पुलिस से सांठ-गांठ कर हमें फसाने की साजिश कर रहा है।
प्रभारी कोतवाल अजय सिंह ने कहा कि घटना के इतने दिनों बाद तहरीर देने का कारण मैंने पीड़ित से पूछा था । जिसपर वह अपनी बीमारी व अस्पताल में एडमिट होने वाले सभी कागजातों को दिखाया। मामला गंभीर था। इस लिए शनिवार को तहरीर मिलने के बाद घटना की जांच कराते हुए मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया।