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48 घंटे से ध्वस्त है ग्रामीण अंचलों की विद्युत आपूर्ति

कूड़ी फीडर में आई तकनीकी खराबी दूसरे दिन भी नहीं दुरुस्त हो सकी। 24 घंटे की मरम्मत के बाद शाम सात बजे कुछ देर के लिए आपूर्ति बहाल हुई तो दोबारा इनकमिग फीडर ब्लास्ट होने से सप्लाई बाधित हो गई। डुमरियागंज ग्रामीण बेल्ट के दर्जनों गांव के लोग बिजली न मिलने से परेशान हैं।उनकी समस्या यथावत बनी हुई है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 27 Sep 2019 11:44 PM (IST)Updated: Fri, 27 Sep 2019 11:44 PM (IST)
48 घंटे से ध्वस्त है ग्रामीण अंचलों की विद्युत आपूर्ति
48 घंटे से ध्वस्त है ग्रामीण अंचलों की विद्युत आपूर्ति

सिद्धार्थनगर : कूड़ी फीडर में आई तकनीकी खराबी दूसरे दिन भी नहीं दुरुस्त हो सकी। 24 घंटे की मरम्मत के बाद शाम सात बजे कुछ देर के लिए आपूर्ति बहाल हुई तो दोबारा इनकमिग फीडर ब्लास्ट होने से सप्लाई बाधित हो गई। डुमरियागंज ग्रामीण बेल्ट के दर्जनों गांव के लोग बिजली न मिलने से परेशान हैं।उनकी समस्या यथावत बनी हुई है।

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डुमरियागंज ग्रामीण बेल्ट के लगभग 200 ग्राम पंचायतों में पिछले 48 घंटे से बिजली नहीं है। बुधवार कूड़ी फीडर में आई तकनीकी खराबी के चलते ग्रामीण अंचलों की आपूर्ति बाधित हुई।गुरुवार तक मेहनत करने के बाद देर शाम आपूर्ति बहाल हुई तो इनकमिग फीडर दो घंटे में ही ब्लास्ट हो गया और बिजली कट गई। पूरे रात बिजली नहीं आई और शुक्रवार शाम तक बिजली के दर्शन नहीं हुए।बिजली न मिलने से लोगों की परेशानियां बढ़ती जा रही हैं।घरेलू उपकरण जो बिजली से चलते हैं बेमतलब साबित हो रहे हैं। इंवर्टर मोबाइल पूरी तरह डिस्चार्ज हैं। इधर लगातार बारिश के चलते जहरीले जंतु इधर उधर घूम रहे हैं। रात में अंधेरा होने के चलते लोगों में इनका भय बना हुआ है। लगातार दूसरे सप्ताह यह समस्या बनी हुई है जिसके चलते लोगों में रोष व्याप्त है। लोगों का कहना है कि जितना जोर विभाग वसूली में और चार्ज बढ़ाने में लगाता है उतना खराब उपकरणों को बदलने में लगाए तो हालात अलग होते। एसडीओ रितेश कौशल ने कहा कि समस्या दुरुस्त करने के लिए स्टाफ बढ़ा दिए गए हैं। कूड़ी फीडर अंतर्गत लगभग आधे गांवों की सप्लाई बहाल हो चुकी है, इस फीडर के शेष गांव व डुमरियागंज बाहरी की आपूर्ति बहाली के प्रयास किया जा रहा है।


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