सफाईकर्मी विहीन 57 गांवों में फैली गंदगी
फिर फैल रहे कोविड संक्रमण में स्वच्छता अपनाना जहां जरूरी है वहीं खेसरहा ब्लाक के 57 गांवों में गंदगी का अंबार लगा है। इसका कारण यहां सफाईकर्मियों की तैनाती न होना है। बढ़ती गर्मी व कोरोना को लेकर ग्रामीणों में भय व्याप्त है।
सिद्धार्थनगर : फिर फैल रहे कोविड संक्रमण में स्वच्छता अपनाना जहां जरूरी है वहीं खेसरहा ब्लाक के 57 गांवों में गंदगी का अंबार लगा है। इसका कारण यहां सफाईकर्मियों की तैनाती न होना है। बढ़ती गर्मी व कोरोना को लेकर ग्रामीणों में भय व्याप्त है।
99 ग्राम पंचायतों ब्लाक में 235 राजस्व गांव आते हैं। 178 गांवों में सफाईकर्मी तो तैनात हैं पर 57 गांव एक वर्ष पूर्व से सफाईकर्मी विहीन हैं। गांव व नालियां गंदगी से पटी हैं। ग्रामीणों के आक्रोश पर कभी कभी दूसरे गांव में तैनात सफाईकर्मियों को यहां बुला कर सफाई करा दी जाती है पर एक सप्ताह बाद ही स्थिति फिर वैसे ही हो जाती है। ग्राम पंचायत कलनाखोर की गलियों में बजबजा रहे कूड़े के ढेर से ग्रामीण गुजरते हैं। गैड़ाखोर ग्राम पंचायत की सभी नालियां कचरों से पटी हैं और पानी का बहाव अवरुद्ध है। सेखुई, सिरसिया, बदुरगहना ग्राम पंचाय में भी बजबजा रही नालियों से भयानक दुर्गंध उठ रही है। गर्मी शुरू होते ही इसकी सफाई के लिए ग्रामीणों ने ब्लाक पर चार बार प्रार्थनापत्र भी दिया पर जिम्मेदारों को महामारी फैलने का इंतजार है। सफाई कर्मी विहीन हैं यह गांव : खेसरहा विकास खण्ड के सेमरहना, छितही, बदुरगहना, घोसियारी, कोटिया, बभनी, मखनाखोर, प्यासी खुर्द, झहराव, मसैचा, रमवापुर, सेखुई, कमरिया, पिपरहवा, बचलाखोर, परसा पंडित, भड़सर, छपवा, धहरौरा, झाझा पार आदि गांवों में एक वर्ष पूर्व से सफाई कर्मी की नियुक्ति नहीं हुई। प्रभारी एडीओ पंचायत के प्रभारी महमूद अली ने कहा कि सफाईकर्मियों के कमी के कारण हर गांव में सफाईकर्मी की नियुक्ति नहीं की जा सकती। शासन स्तर पर पत्र लिखकर ब्लाक में और सफाईकर्मी की मांग की गई है।