यहां मृतकों के नाम भी है असलहों के लाइसेंस
जनपद में 456 ऐसे असलहा के लाइसेंस धारक हैं जिनकी मृत्यु हुए अर्सा बीत गया है लेकिन इनके नाम पर अभी असलहा है। अब इनकी खोज हो रही है। कुछ ऐसे भी शस्त्रधारक हैं जिन्होंने लाइसेंस यहां से बनवाया और वह दूसरे जनपद में रह रहे हैं। इनकी तलाश में पुलिस परेशान है।
प्रशांत सिंह, सिद्धार्थनगर : जनपद में 456 ऐसे असलहा के लाइसेंस धारक हैं, जिनकी मृत्यु हुए अर्सा बीत गया है, लेकिन इनके नाम पर अभी असलहा है। अब इनकी खोज हो रही है। कुछ ऐसे भी शस्त्रधारक हैं, जिन्होंने लाइसेंस यहां से बनवाया और वह दूसरे जनपद में रह रहे हैं। इनकी तलाश में पुलिस परेशान है। इनमें कुछ अधिकारियों का भी नाम हैं, जिन्होंने अपने तैनाती के समय लाइसेंस जारी करा लिया था। चुनाव को देखते हुए पुलिस ने 2897 लाइसेंसियों को चिन्हित किया है, जिनके शस्त्र को जमा कराना है। अभी तक 2424 असलहें जमा कराया गया है। इनमें 2292 को संबंधित थाना व 132 को दुकान पर जमा किया गया है। 473 ने अभी तक शासनादेश का अनुपालन नहीं किया है।
जनपद में 4316 लाइसेंस धारक हैं। जबकि शस्त्र की संख्या 4025 है। इस लिहाज से 491 ऐसे लाइसेंस धारक हैं, जिन्होंने पात्रता प्राप्त कर ली है लेकिन अभी तक असलहा नहीं लिया है। 456 धारकों की मौत हो चुकी है। लेकिन लेकिन कागज में आज भी इनका नाम जिदा है। पुलिस रिकार्ड के अनुसार 848 ऐसे लाइसेंस धारक है। जो जनपद और राज्य के बाहर रह रहे हैं। पुलिस इनके ठिकाना को खोज कर संबंधित जिले की पुलिस को सूचित कर रही है। इनके असलहा को संबंधित थाना में जमा कराने की प्रक्रिया कराई जा रही है। इनमें से कई ऐसे भी हैं, जिन्होंने जनपद स्थापना से पहले शस्त्र का लाइसेंस बनवाया था।
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124 शस्त्र लाइसेंस हुए निलंबित
प्रशासन ने पुलिस की रिपोर्ट पर 124 शस्त्र के लाइसेंस को निरस्त करने की कार्रवाई की है। यह लाइसेंसियों का आपराधिक इतिहास मिलने पर पुलिस ने कार्रवाई की संस्तुति प्रदान की थी।
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1419 लाइसेंसियों को मिली छूट
पंचायत चुनाव में 1419 ऐसे लाइसेंस धारक हैं, जिन्हे असलहा जमा कराने की प्रक्रिया में छूट प्रदान की है। यह लाइसेंस धारक आवश्यक सुरक्षा कार्य से जुड़े हैं। अपर जिलाधिकारी व अपर पुलिस अधीक्षक के संस्तुति के बाद इन्हें राहत प्रदान की गई है। अपर पुलिस अधीक्षक सुरेश चंद रावत ने कहा कि पंचायत चुनाव को लेकर शासन से गाइडलाइन जारी हुई है। लाइसेंसी असलहों को जमा कराया जा रहा है। बाहर रहने वाले लाइसेंसियों को चिह्नित किया जा रहा है। आवश्यक कार्य में लगे सुरक्षाकर्मियों को राहत प्रदान किया गया है। सभी असलहों को जमा कराया जाएगा।