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बरामद शराब जाती है नेपाल

इंडो-नेपाल सीमा पर शराब तस्करों की पौ-बारह है। बरामद शराब भी तस्कर नेपाल लेकर चले जाते हैं। यह सब कुछ सीमा पर तैनात पुलिस कर्मी और आबकारी विभाग के संरक्षण में हो रहा है। ऐसे धंधे में लिप्त तस्करों को राजनीतिक संरक्षण भी प्राप्त है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 14 Nov 2018 10:52 PM (IST)Updated: Wed, 14 Nov 2018 10:52 PM (IST)
बरामद शराब जाती है नेपाल
बरामद शराब जाती है नेपाल

सिद्धार्थनगर : इंडो-नेपाल सीमा पर शराब तस्करों की पौ-बारह है। बरामद शराब भी तस्कर नेपाल लेकर चले जाते हैं। यह सब कुछ सीमा पर तैनात पुलिस कर्मी और आबकारी विभाग के संरक्षण में हो रहा है। ऐसे धंधे में लिप्त तस्करों को राजनीतिक संरक्षण भी प्राप्त है। बढ़नी, खुनवा, कोटिया, ककरहवां और ठुठरी रास्ते सर्वाधिक शराब की तस्करी हो रही है। बडे़ पैमाने पर नेपाली शराब की खेप भारत में पहुंच रही है। यदि बड़ी बरामदगी हो भी जाती है तो उसमें से आधी शराब विभागीय मिली भगत से नेपाल भेज दी जाती है।

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सूत्रों के मुताबिक शोहरतगढ़ तहसील के खुनवा बार्डर पर पिछले सप्ताह भारी मात्रा में अवैध नेपाली शराब पकड़ी गई थी। बताया जाता है कि आबकारी के एक चर्चित इंस्पेक्टर भी वहां पहुंचे थे। जो तस्कर पकड़े गए थे उन्हें शराब के साथ ही छोड़ दिया गया। लिखा पढ़ी नहीं की गई। यह मामला चर्चा में रहा। कुछ दिन पहले एसएसबी द्वारा नेपाली शराब की बड़ी बरामदगी की गई थी। एसएसबी ने लिखा पढ़ी में यह शराब एक इंस्पेक्टर को सौंप दी थी। इसके बाद तस्करों ने आबकारी विभाग से मिल कर नेपाली शराब छुड़ा लिया और लेकर चलते बने। सूत्रों का कहना है कि जो भी नेपाली शराब पकड़ी जा रही है वह उनमें से अधिकांश मात्रा की शराब तस्करों को ही बेची जा रही है। इसका पुख्ता प्रमाण विभाग के गोदाम हैं, जहां बरामदगी से कम मात्रा में शराब रखी गई है। जांच होने पर इसकी कलई खुल सकती है। इसके इतर जनपद में अवैध शराब की बिक्री भी विभागीय मिली भगत से दुकानों से कराई जा रही है। शोहरतगढ़ तहसील क्षेत्र में इसकी शिकायत अधिक मिल रही है। जून 2018 माह में ओपी स्प्रिट का अवैध टैंकर आबकारी विभाग के एक इंस्पेक्टर ने पकड़ा था। जिसे बाद में छोड़ दिया गया। विभाग में यह चर्चा के केंद्र में रहा। 4 अक्टूबर 2018 को शोहरतगढ़ के नंबर एक के देसी शराब की दुकान पर सात सौ अवैध शराब की बोतलों के ढक्कन बरामद किए गए थे। इस पर भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। बताया जाता है के एक माननीय के इशारे पर पिछले दिनों तीन तस्करों को छोड़ दिया गया। इसकी भी महकमा में खूब चर्चा है।

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आबकारी इंस्पेक्टर पर लगाए गंभीर आरोप

आजाद नगर तेतरी बाजार के निवासी विजेन्द्र कुमार मिश्र ने आबकारी आयुक्त, आबकारी मंत्री और जिलाधिकारी को पत्र लिखकर आबकारी विभाग के एक इंस्पेक्टर पर गंभीर आरोप लगाया है। पत्र में श्री मिश्र ने कहा है कि सरकारी मदिरा के 18 दुकानों से अवैध वसूली हो रही है। इस अधिकारी के कारनामे से शराब के कारोबारी भी आहत हैं। इससे राजस्व की भी क्षति पहुंच रही है। इंस्पेक्टर के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की जांच की मांग की गई है। पत्र में शोहरतगढ़ के नेपाली शराब के तस्करों का नाम लेते हुए श्री मिश्र ने आबकारी इंस्पेक्टर के संबंधों की पोल खोली है।

प्रभारी मंत्री से भी हुई थी शिकायत

कुछ दिन पहले शोहरतगढ़ के विधायक चौधरी अमर ¨सह ने प्रभारी मंत्री चेतन चौहान के सामने एक मी¨टग में खुलेआम शिकायत की थी कि शोहरतगढ़ क्षेत्र में आबकारी विभाग व तस्करों में संबंध हैं। पकड़ी गई शराब भी छोड़ दी जाती है। जिसपर आबकारी अधिकारी ने एक सिपाही पर निलंबन की कार्रवाई करके इतिश्री कर लिया था। जबकि विधायक का कहना है कि विभागीय इंस्पेक्टर पर कार्रवाई होनी चाहिए थी, जो आज तक नहीं हुई। आबकारी अधिकारी रविंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि आबकारी विभाग में कोई इंस्पेक्टर या सिपाही की भूमिका संदिग्ध नहीं है और न ही कोई वसूली में लिप्त है। कहीं से कोई शिकायत नहीं मिली है। बरामद शराब नेपाली तस्करों को सौंपे जाने के मामले की पुष्टि भी नहीं हुई है। फिर भी इस मामले की जांच की जाएगी। बरामद शराब और गोदाम में रखी गई शराब का मिलान भी किया जाएगा। झुलनीपुर में एक दुकान पर बड़ी कार्रवाई की गई है। जिसमें स्प्रीट और अवैध शराब पकड़ी गई थी। दुकान निरस्त कर दी गई है। उस्का बाजार में चार टैंकर शराब बनाने वाला अल्कोहल पकड़ा जा चुका है।

रविन्द्र प्रताप ¨सह

आबकारी अधिकारी


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