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मानव तस्करी के लिए चर्चित है नेपाल सीमा

नेपाल से तस्करी कर युवतियों को गैर राष्ट्र भेजने का सिलसिला काफी पुराना है। इसके लिए भारतीय सीमा सबसे मुफीद साबित होती रही है। खुली सीमा के रास्ते नेपाल के पहाड़ियों से युवतियों को काम का झांसा देकर बहला फुसलाकर खाड़ी देश पहुंचाया जाता है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 28 Sep 2020 11:34 PM (IST)Updated: Mon, 28 Sep 2020 11:34 PM (IST)
मानव तस्करी के लिए चर्चित  है नेपाल सीमा
मानव तस्करी के लिए चर्चित है नेपाल सीमा

सिद्धार्थनगर : नेपाल से तस्करी कर युवतियों को गैर राष्ट्र भेजने का सिलसिला काफी पुराना है। इसके लिए भारतीय सीमा सबसे मुफीद साबित होती रही है। खुली सीमा के रास्ते नेपाल के पहाड़ियों से युवतियों को काम का झांसा देकर बहला फुसलाकर खाड़ी देश पहुंचाया जाता है। शनिवार को सीमा पर एसएसबी के हाथ लगी युवतियों ने नेपाल सीमा पर मानव तस्करी रोकने के लिए किए गए तमाम प्रयासों की पोल खोल दी है। इससे पहले भी सीमा पार करते युवतियां पकड़ी जा चुकी हैं।

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नेपाल के सुदूर पहाड़ी क्षेत्रों में मानव तस्करों ने अपना नेटवर्क तैयार कर रखा है। यहां की जीवनशैली दुरूह है। आर्थिक तंगी से लोग जूझते रहते हैं। ऐसे में मानव तस्कर गिरोह के सदस्य किशोरियों को नौकरी और बेहतर भविष्य का झांसा देकर नेपाल पहुंचा रहे हैं। जांच में सामने आया है कि मानव तस्कर इन्हें दिल्ली, मुंबई व चंडीगढ़ पहुंचाते हैं। हैरत की बात यह है कि अधिकांश मामले शोहरतगढ़ थाना क्षेत्र के खुनुवां बार्डर पर पकड़े गए हैं। आरोपित के खिलाफ कार्रवाई करने के मुक्त कराए गए महिला व नाबालिग बच्चों को एनजीओ के माध्यम से नेपाल पुलिस को सौंपा दिया जाता है। एसएसबी 43वीं वाहिनी ने सितंबर 2019 से अभी तक मानव तस्करी के 39 मामले पकड़े हैं। इनमें 21 महिला व 18 नाबालिग बच्चे शामिल रहे। एसएसबी ने 32 मानव तस्करों को गिरफ्तार किया है।

26 सितंबर को एसएसबी जवानों ने खुनुवा बार्डर के पास से दो बालिकाओं को मुक्त कराया था। नेपाल के जिला गुलमी के थाना शिरुंगा के गांव हूंगा वार्ड नंबर एक निवासी आरोपित लक्ष्मण भीम बहादुर दोनों बालिकाओं को नौकरी दिलाने का झांसा देकर लखनऊ ले जा रहा था। 11 अगस्त को एसएसबी जवानों ने नेपाल निवासी युवती को मुक्त कराया था। नेपाल के कपिलवस्तु जिला के थाना तौलिहवा के गौरी चौक वार्ड नंबर चार निवासी आरोपित संतोष प्रसाद यादव युवती को शादी का झांसा देकर दिल्ली ले जा रहा था। युवती ने बताया था कि वह गरीबी से परेशान हो गई थी।

आठ जून को शोहरतगढ़ थाना पुलिस व एसएसबी की संयुक्त टीम ने खुनुवां कस्बा के पास एक बाग से युवती को मानव तस्कर के चंगुल से मुक्त कराया था। सदर थाना क्षेत्र के नौगढ़ कस्बा निवासी आरोपित फिरोज ने फेसबुक के माध्यम से दोस्ती की थी। तीन बच्चों का पिता आरोपित युवती को मुंबई लेकर जाने की तैयारी में था। कमांडेंट अमित कुमार सिंह ने कहा कि एसएसबी सीमा पर अलर्ट है। वह मानव तस्करी के मामले को गंभीरता से ले रही है। कई मामले पकड़े गए हैं। ऐसे मामलों में पीड़िता से प्राथमिक स्तर पर पूछताछ की जाती है। उसके बाद उनके परिजनों को सूचित कर अधिकृत एजेंसी के माध्यम से घर भेज दिया जाता है।


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