छह वर्ष बाद अधूरे विद्यालय का निर्माण शुरू
भनवापुर विकास खंड अन्तर्गत ग्राम मनिकौरा में करीब छह वर्ष से ठप पड़ा प्राथमिक विद्यालय भवन का निर्माण फिर से शुरू हो गया है। ग्रामीणों ने इसका श्रेय दैनिक जागरण को देते हुए धन्यवाद प्रकट किया है।
सिद्धार्थनगर : भनवापुर विकास खंड अन्तर्गत ग्राम मनिकौरा में करीब छह वर्ष से ठप पड़ा प्राथमिक विद्यालय भवन का निर्माण फिर से शुरू हो गया है। ग्रामीणों ने इसका श्रेय दैनिक जागरण को देते हुए धन्यवाद प्रकट किया है।
मनिकौरा में वर्ष 2015 में प्राथमिक विद्यालय भवन स्वीकृत हुआ। करीब साढ़े छह लाख रुपया की लागत से बनने वाले भवन के लिए खोदाई कार्य प्रारंभ हुआ। मगर बीच ही कार्य ठप हो गया। इस बीच पूरे धन की निकासी कर ली गई। ग्रामीणों ने इसकी शिकायत की तो आनन-फानन में भवन प्रभारी ने चहार दीवारी कार्य प्रारंभ कराया। छत की बात कौन कहे, अभी दीवार भी पूर्ण नहीं हुई थी कि फिर से कार्य ठप कर दिया गया। तभी से अधूरा भवन उपेक्षित ही रहा। कुछ दिनों तक स्कूल के बगल स्थित मंदिर में कक्षाएं चलीं, फिर वहां भी पढ़ाई ठप हो गई। भवन प्रभारी गायब हो गए तो एक मात्र अध्यापक ने भी अपना स्थानांतरण करा लिया। विभाग ने भवन प्रभारी को निलंबन करते हुए दायित्वों की इतिश्री कर ली।
समस्या को लेकर जागरण ने पिछले दिनों - निर्माण कार्य अधूरा, भुगतान हुआ पूरा, शीर्षक से खबर प्रकाशित की। विभागीय अधिकारियों समेत बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री डा.सतीश द्विवेदी ने खबर का संज्ञान में लिया और प्रक्रिया आगे बढ़ी। शीघ्र ही निर्माण पूर्ण कराने के निर्देश दिए गए। स्थिति यह रही कि इधर अधूरे विद्यालय भवन का निर्माण फिर से प्रारंभ हो गया है। ग्रामीणों में दिलीप, अजय अग्रहरि, रामकुमार गुप्ता, बैजनाथ आदि ने कहा कि सभी जिम्मेदार अनजान बने बैठे थे। दैनिक जागरण में समाचार प्रकाशित होने के बाद महकमा हरकत में आया। हम सभी लोग जागरण के प्रति धन्यवाद ज्ञापित करते हैं।