पशुओं को गो सदन पहुंचाने की मशक्कत
बीते 10 जनवरी तक सभी बेसहारा पशुओं को कान्हा केंद्र व गो सदन पहुंचाने के मुख्यमंत्री आदेश का असर समय सीमा बीत जाने के बाद अब दिखाई पड़ने लगा । गुरुवार देर शाम से शुक्रवार शाम तक करीब 200 पशुओं को नपा के कान्हा केंद्र में कैद करवाया गया है। हालांकि अभी सैकड़ों पशु भटक रहे हैं। वैसे इस कार्य मे प्रशासन को काफी मशक्कत करनी पड़ रही
सिद्धार्थनगर : बीते 10 जनवरी तक सभी बेसहारा पशुओं को कान्हा केंद्र व गो सदन पहुंचाने के मुख्यमंत्री आदेश का असर समय सीमा बीत जाने के बाद अब दिखाई पड़ने लगा । गुरुवार देर शाम से शुक्रवार शाम तक करीब 200 पशुओं को नपा के कान्हा केंद्र में कैद करवाया गया है। हालांकि अभी सैकड़ों पशु भटक रहे हैं। वैसे इस कार्य मे प्रशासन को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है।
करीब एक वर्ष के अधिक समय से स्वच्छंद हो विचरण करते रहने से यह पशु काफी खतरनाक हो चुके हैं। जरा भी गफलत होने पर यह किस कर्मचारी पर टूट पड़ें कुछ कहा नहीं जा सकता। फिर भी प्रशासन मरता क्या नहीं करता वाली कहावत पर इस कार्य मे जुटा पड़ा है। एसडीएम प्रबुद्ध ¨सह की देखरेख में नगर से शुरू हुए पशु पकड़ो इस अभियान के तहत जो भी जानवर पकड़ में आये हैं उन्हें निषाद नगर वार्ड में निर्माणाधीन कान्हा गौशाला में रखा गया है। इससे आज नगर की सड़कों पर धमाचौकड़ी करते पशुओं का झुंड तो नहीं दिखाई दिया पर गांव व खेतों में इनका तांडव कायम है। एसडीएम का कहना है कि इन्हें खेद कर गो सदन तक ले जाना काफी मशक्कत का काम है। फिर भी प्रयास जारी है । ग्रामीण क्षेत्रों में गो सदन निर्माण तेजी से चल रहा है। इसके बाद वहां भी इन्हें सदन में पहुंचाया जाएगा। सदन में इनके खाने का भी इंतजाम किया गया है। इस कार्य मे सीओ नईम खान मंसूरी , कोतवाल रवीन्द्र कुमार ¨सह व ई ओ अर¨वद कुमार सहित पुलिस व नगर पालिका की संयुक्त टीम लगी रही। इनकी देखरेख के लिए नगर पालिका ने सफाई कर्मी सुशील कुमार, विजय यादव सरबजीत गौड़ , जाहिद व धर्मेन्द्र को तैनात किया है।