कलम के आराध्य देव भगवान चित्रगुप्त की हुई पूजा
कलम के आराध्य देव भगवान चित्रगुप्त की पूजा शुक्रवार को मुख्यालय स्थित कायस्थ कैंप कार्यालय पर धूमधाम से हुई। इस दौरान कायस्थ समाज के पुरुष, बच्चे व महिलाएं सभी ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। विधि विधान से पूजन किया और हवन कर सुख शांति की कामना की गई।
सिद्धार्थनगर: कलम के आराध्य देव भगवान चित्रगुप्त की पूजा शुक्रवार को मुख्यालय स्थित कायस्थ कैंप कार्यालय पर धूमधाम से हुई। इस दौरान कायस्थ समाज के पुरुष, बच्चे व महिलाएं सभी ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। विधि विधान से पूजन किया और हवन कर सुख शांति की कामना की गई। इस दौरान अध्यक्ष केएम लाल श्रीवास्तव, प्रमोद श्रीवास्तव, रवींद्र श्रीवास्तव, नरेंद्र श्रीवास्तव, साक्षी श्रीवास्तव, डा. रवी प्रकाश श्रीवास्तव, कांती देवी, अर्चना श्रीवास्तव, सुनील श्रीवास्तव, अभय श्रीवास्तव, विजय श्रीवास्तव, सूरज श्रीवास्तव, श्रेया श्रीवास्तव, रिया श्रीवास्तव, अशोक श्रीवास्तव, विजय बहादुर श्रीवास्तव, विक्रांत श्रीवास्तव, राजेश श्रीवासतव, विनय श्रीवास्तव, विष्णु श्रीवास्तव, सुधीर श्रीवास्तव, नवीन श्रीवास्तव, अनुभव श्रीवास्तव आदि ने भगवान चित्रगुप्त के साथ कलम की पूजा की।
बांसी कार्यालय के अनुसार यम द्वितीय के अवसर पर चित्रांश परिवार के लोगों ने नगर के उर्वसी सिनेमा मार्ग स्थित चित्रांश कार्यालय पर इष्ट देव भगवान चित्रगुप्त जी महाराज का विधि-विधान से पूजन किया व हवन कर सुख शांति की कामना की। दोपहर 12 बजे से चले पूजन कार्यक्रम की समाप्ति सायं तीन बजे प्रसाद वितरण के उपरांत हुई। इस दौरान सतीश कुमार श्रीवास्तव (विजय बाबू) ने कहा कि भगवान चित्रगुप्त सिर्फ कायस्थ के ही देव नहीं अपितु धरती पर विद्यमान सभी चराचर जीवों के भी देव हैं। तारा प्रसाद श्रीवास्तव ने कहा इनके आदर्शो से समाज को प्रेरणा लेने की आवश्यकता है। सुरेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि सभी जीव को भगवान चित्रगुप्त की पूजा करने का अधिकार है। यह सभी के लिए पूज्यनीय है। यहां हुए पूजन अर्चना के उपरांत समाज के लोगों ने अपने घरों में भी पूजन किया। इस दौरान समिति के अध्यक्ष धर्मेद्र श्रीवास्तव, वीरेंद्र कुमार श्रीवास्तव, अजय कुमार श्रीवास्तव, जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव, नवीन बक्शी, राकेश कुमार श्रीवास्तव, विकास श्रीवास्तव, राजेश कुमार, गजेंद्र कुमार श्रीवास्तव, रामजी लाल श्रीवास्तव, प्रमोद कुमार श्रीवास्तव, दिनेश चंद्र श्रीवास्तव ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर सतीश श्रीवास्तव, जयंत्रि लाल श्रीवास्तव, सुरेन्द्र लाल श्रीवास्तव, राजेश श्रीवास्तव, नवीन बक्शी, विरेन्द्र कुमार श्रीवास्तव, अमित श्रीवास्तव, अंबिकेश श्रीवास्तव, रत्?नेश श्रीवास्तव, राजन श्रीवास्तव, अनूप श्रीवास्तव, सुनील श्रीवास्तव, रवीन्द्र श्रीवास्तव आदि लोग मौजूद रहे।
डुमरियागंज कार्यालय के अनुसार जगह-जगह हुए कार्यक्रमों में भगवान चित्र गुप्त व कलम दवात की पूजा के उपरांत धनतेरस के दिन से बंद कलम का प्रयोग भी शुरू किया गया। ज्ञात हो कि कायस्थ परिवार के लिए दीपावली का दो दिन काफी महत्वपूर्ण रहता है, जिसमें सभी लोग कलम का प्रयोग पूरी तरह से बंद कर देते हैं और जब तक कलम-दवात की पूजा नहीं कर लेते चित्रांश परिवार के लोग कलम का इस्तेमाल नहीं करते हैं। यम द्वितीया के दिन चित्रांश परिवर के लोग श्रद्धा पूर्वक भगवान चित्र गुप्त की पूजा-अर्चना करते हैं फिर कलम पूजने के साथ इसका प्रयोग शुरू करते हैं। इसी कड़ी में आज जगह-जगह कलम, दवात की पूजा पूरी श्रद्धा एवं परंपरागत तरीके से की गई। भानपुर रानी में आयोजित भगवान चित्र गुप्त महाराज के पूजन कार्यक्रम में भगवान चित्र गुप्त की कथा के साथ आरती की गई, तत्पश्चात सभी चित्रांश बंधुओं ने भगवान की जय-जयकार लगाते हुए कलम-दवात की पूजा कर प्रसाद ग्रहण किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से अमन चैन कमेटी अध्यक्ष ओमप्रकाश श्रीवास्तव, रमेश लाल श्रीवास्तव, रामदेव लाल, अजय कुमार श्रीवास्तव, संजय श्रीवास्तव, सन्नी, रत्?नेश श्रीवास्तव, रमन, गौरव, ऋषि श्रीवास्तव, अंश, आदेश श्रीवास्तव समेत बड़ी संख्या में चित्रांश समाज के लोग उपस्थित रहे।