खानपान में बरतें सावधानी, बढ़ेगी प्रतिरोधक क्षमता
तेजी से बढ़ते कोरोना संक्रमण में अभी तक एक ही बात साफ है कि जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है उन पर कोविड-19 का हमला घातक नहीं होता। रोग प्रतिरोधक क्षमता सिर्फ खान पान पर ध्यान रखकर बढ़ाई जा सकती है।
सिद्धार्थनगर : तेजी से बढ़ते कोरोना संक्रमण में अभी तक एक ही बात साफ है कि जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है, उन पर कोविड-19 का हमला घातक नहीं होता। रोग प्रतिरोधक क्षमता सिर्फ खान पान पर ध्यान रखकर बढ़ाई जा सकती है।
यह बातें डा. मो. जाबिर ने व्यक्त की। बताया कि संक्रमण काल में दिनचर्या भी बदलने की जरूरत है. ऐसा करके हम खुद को महामारी से सुरक्षित रख सकते हैं। बताया कि प्रतिरोधक क्षमता के तीन हिस्से होते हैं। त्वचा, श्वसन मार्ग और म्यूकस झिल्लु। ये तीनों हमारे शरीर में किसी भी संक्रमण को रोकने में मददगार हैं। अगर कोई वायरस इन तीनों अवरोधकों को तोड़कर शरीर में घुस जाता है. तो फिर अंदर की कोशिकाएं तेजी से सतर्कता बढ़ाती हैं, और वायरस से लड़ना शुरू कर देती हैं। अगर इतने भर से भी काम नहीं चलता है. तो फिर इम्युनिटी सिस्टम अपना काम शुरू करता है. इसमें कोशिकाएं, प्रोटीन सेल और एंटीबाडी शामिल हैं। शरीर के अंदर रोग प्रतिरोधक क्षमता उभरने में कुछ दिन या सप्ताह भर लग सकता है. इम्युनिटी मजबूत करने के लिए ताजे फल और कुछ सब्जियों का जूस फायदेमंद है. अनार, मौसमी, बेल, सेब के जूस इस मौसम में काफी कारगर हैं। इसके अलावा करेला, लौकी, चुकंदर , एलोवेरा का जूस भी नींबू निचोड़कर लिया जा सकता है. चाय, सिगरेट, एल्कोहल का प्रयोग तत्काल बंद कर दें। अश्वगंधा, आवेगी, तुलसी, आजवायन, बड़ा गोखरू, मुलेठी, कालीमिर्च का काढ़ा सुबह और शाम के समय सेवन कर सकते हैं। नाश्ते में अंकुरित अनाज ताजे फल अथवा जूस के साथ लें। भोजन में हरी मिर्च का प्रयोग करें। ताजा गर्म भोजन लेने का प्रयास करें। मोटे अनाज का सेवन लाभप्रद होगा। इसके अलावा जरूरी है कि जितना हो सके फिजिकल डिस्टेंसिग और सफाई पर ध्यान रखें। नियम से व्यायाम भी जरूरी है।