उफनाई आमी, सांडी-घोसियारी मार्ग पर चढ़ा पानी
पांच दिनों से हो रही लगातार बारिश से सिद्धार्थनगर-बस्ती सीमा को विभाजित करने वाली आमी भी उफना गई है। बढ़े जल स्तर से डिड़ई-घोसियारी मार्ग पर पानी चढ़ गया है। इधर बारिश के कारण के आधा दर्जन गांवों में हुए भारी जलजमाव से बिना बाढ़ के ही बाढ़ का नजारा साफ दिखाई पड़ रहा है।
सिद्धार्थनगर : पांच दिनों से हो रही लगातार बारिश से सिद्धार्थनगर-बस्ती सीमा को विभाजित करने वाली आमी भी उफना गई है। बढ़े जल स्तर से डिड़ई-घोसियारी मार्ग पर पानी चढ़ गया है। इधर बारिश के कारण के आधा दर्जन गांवों में हुए भारी जलजमाव से बिना बाढ़ के ही बाढ़ का नजारा साफ दिखाई पड़ रहा है।
बीते मंगलवार से निरंतर हो रही बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त है। एनएच 233 पर निर्माणाधीन पुल से एक बार फिर पास के गांव मस्जिदिया में बाढ़ की स्थिति बन गई है। तीन माह पूर्व भी इस गांव यही स्थिति बन चुकी है। लोगों के घरों के बरामदे तक पानी भर गया है। आवागमन गांठ भर पानी मे घुस कर हो रहा है। बृजेश चौधरी, जुगुन प्रसाद चौहान, नरेंद्र सिंह आदि का कहना था कि एनएच की घोर लापरवाही के चलते ही ग्रामीणों व राहगीरों को इस मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है। नीरज त्रिपाठी, राम सजीवन, जगजीवन, विवेक कुमार आदि ने अविलंब पुलिया निर्माण की मांग की है।
उधर सिद्धार्थनगर सीमा पर आमी नदी के उफना जाने से एक दर्जन गांवों में बाढ़ का पानी पहुंचने खतरा बढ़ गया है। घोसियारी-साड़ी मार्ग पर करीब दो मीटर पानी चढ़ जाने से रामनगर, साड़ीकलां, साड़ीखुर्द , धौरहरा, पतेड़ववा, मिश्रौलिया सहित दो दर्जन गांवों के लोगों का आवागमन ठप हो गया है। मार्ग पर आमी नदी का पानी चढ़ जाने की जानकारी है। लगातार हो रही बारिश के कारण कटे हुए असनहरा बाईपास का मरम्मत कार्य एनएच नहीं कर पर रहा है। अब पानी रुका है तो काम शुरू हो गया है।