पशु अस्पताल है या कूड़ा घर
विकास खण्ड खेसरहा के बेलौहा कसबे में स्थित राजकीय पशु अस्पताल जिम्मेदारों की उदासीनता से कूड़ा घर में तब्दील हो गया है । गेट से लेकर परिसर तक में जमा कूडे़ का ढेर महामारी को दावत देने के साथ लोगों को नाक दबा कर गुजरने पर मजबूर कर रहा है।
सिद्धार्थनगर : विकास खण्ड खेसरहा के बेलौहा कसबे में स्थित राजकीय पशु अस्पताल जिम्मेदारों की उदासीनता से कूड़ा घर में तब्दील हो गया है । गेट से लेकर परिसर तक में जमा कूडे़ का ढेर महामारी को दावत देने के साथ लोगों को नाक दबा कर गुजरने पर मजबूर कर रहा है।
कस्बा निवासियों के घरों व चाय पान की दुकानों से निकलने वाला सारा कूड़ा अस्पताल गेट पर ही फेंक दिया जाता है। लोगों का यह कृत्य सफाई कर्मियों के न होने की चुगली भी करता है। यदि सफाई कर्मी यहां तैनात होते तो यह गंदगी प्रतिदिन साफ हो जाया करती। यही स्थिति अस्पताल के अंदर की भी। जगह जगह जमा कचरे के कारण भयानक दुग्रंध आ रही है। यहां तैनात एक चिकित्सक व फार्मासिस्ट मजबूरी में नाक बंद कर अपनी ड्यूटी बजा रहे हैं। अस्पताल में किसी सफाई कर्मी की तैनाती न होने से इसकी सफाई के लिए चिकित्सक धिरेंद्र कुमार ने कई बार ब्लाक के अधिकारियों से कहा पर वह ध्यान नहीं दे रहे । प्रभारी चिकित्सक राजकीय पशु चिकित्सालय सुरेंद्र कुमार चौधरी ने कहा कि गेट न होने के कारण कस्बे के लोग परिसर में ही कूड़ा फेंकते हैं। कई बार हमने मना भी किया पर लोग बहस करने लगते हैं। कस्बे में भी ब्लाक का कोई सफाई कर्मी तैनात नहीं है ।