पहली अक्टूबर से आंगनबाड़ी देंगी धरना, बनाई रणनीति
आंगनबाड़ी कर्मचारी एवं सहायिका एसोसिएशन जिला इकाई की बैठक रविवार को कलेक्ट्रेट परिसर में हुई। इस दौरान संगठन को मजबूत बनाने सहित अन्य ¨बदुओं पर चर्चा की गई। इसके अलावा बढ़े मानदेय की घोषणा के बाद शासनादेश जारी होने में देरी को लेकर धरना-प्रदर्शन की रणनीति बनाई।
सिद्धार्थनगर : आंगनबाड़ी कर्मचारी एवं सहायिका एसोसिएशन जिला इकाई की बैठक रविवार को कलेक्ट्रेट परिसर में हुई। इस दौरान संगठन को मजबूत बनाने सहित अन्य ¨बदुओं पर चर्चा की गई। इसके अलावा बढ़े मानदेय की घोषणा के बाद शासनादेश जारी होने में देरी को लेकर धरना-प्रदर्शन की रणनीति बनाई।
जिलाध्यक्ष प्रभावती देवी की अध्यक्षता में हुई बैठक के दौरान कार्यकर्ताओं ने कहा कि 29 अगस्त को सदन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिककाओं का मानदेय दोगुना करने की घोषणा की थी। कार्यकर्ताओं ने सरकार के निर्णय का स्वागत किया। लेकिन अभी तक शासनादेश जारी नहीं हुई। अगर 30 सितंबर तक शासनादेश नहीं आया तो एक अक्टूबर से धरना-प्रदर्शन करने को मजबूर होना पड़ेगा। जिलाध्यक्ष ने कहा कि कम मानदेय मिलने के बाद भी कार्यकर्ता पूरी जिम्मेदारी से अपने दायित्वों का निर्वहन कर रही है। सरकार ने मानदेय में बढ़ोत्तरी की तो थोड़ी राहत मिली, लेकिन अभी तक शासनादेश नहीं आया। ऐसे में सरकार की नजरिया संदेह के घेरे में ला रही है। उन्होंने कहा कि दो अक्टूबर को भी गांधी जयंती समारोह मनाने के बाद धरना जारी रहेगा। तीन अक्टूबर को पदाधिकारियों द्वारा मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन डीएम को सौंपा जाएगा। 31 अक्टूबर तक अगर मानदेय बढोत्तरी शासनादेश जारी नहीं हुआ तो एक नवंबर से प्रदेश मुख्यालय सहित सभी जिलों में शांतिपूर्ण निरंतर धरना-प्रदर्शन किया जाएगा। इस दौरान निर्मला श्रीवास्तव, चन्दा पाल, कविता ¨सह, साकिरा, ¨वद्रावती, संगीता दूबे, सिमला मौर्य, सरिता त्रिपाठी, राजेंद्र प्रसाद, चन्द्रकला चौरसिया, कुसुम, सविता श्रीवास्तव, कंचन प्रभा, सवीना खातून, आसिया आदि कार्यकर्ता व सहायिका उपस्थित रहीं।